logo-image

Atiq Ahmad को क्या बेटे असद के एनकाउंटर का पूर्वाभास था... जताई थी मिलने की इच्छा

ऐसा लगता है कि अतीक को अपने बेटे असद (Asad) के एनकाउंटर का भी पूर्वाभास हो गया था. गुरुवार को अदालत में पेशी से पहले अतीक ने असद से महज पांच मिनट मिलने की गुहार प्रशासन से लगाई थी.

Updated on: 13 Apr 2023, 01:47 PM

highlights

  • गुरुवार सुबह पेशी से पहले अतीक ने जताई थी असद से मिलने की इच्छा
  • गुहार में अतीक ने कहा था कि पता नहीं दोबारा चेहरा देख भी पाऊंगा
  • असद के मुठभेड़ में मारे जाने की खबर पर फूट-फूट कर रो पड़ा अतीक

प्रयागराज:

अहमदाबाद की जेल से नैनी लाए जाते वक्त माफिया सरगना अतीक अहमद (Atiq Ahmad) ने अपना इनकाउंटर नहीं होने के लिए मीडिया को जिम्मेदार बताया था. हालांकि ऐसा लगता है कि अतीक को अपने बेटे असद (Asad) के एनकाउंटर का भी पूर्वाभास हो गया था. गुरुवार को अदालत में पेशी से पहले अतीक ने असद से महज पांच मिनट मिलने की गुहार प्रशासन से लगाई थी. अतीक ने अपनी गुहार में कहा था कि बेटे असद से पांच मिनट मिल लेने दें, पता नहीं अब उसका चेहरा दोबारा देख भी पाऊंगा. गौरतलब है कि झांसी के पास एसटीएफ से मुठभेड़ (Police Encounter) में असद और उसके साथी गुलाम मारे गए. दोनों ही उमेश पाल हत्याकांड में वांछित थे. 

अदालत में फूट-फूट कर रोया अतीक
जानकारी मिली है कि बेटे असद के एनकाउंटर में मारे जाने की खबर अतीक अहमद को सीजेएम अदालत में लगी. खबर सुनने के बाद अतीक अदालत में ही फूट-फूट कर रोने लगा. इसके पहले सुबह अतीक की मेडिकल जांच कराई गई थी, जिसमें उसका ब्लडप्रेशर बढा निकला था. हालांकि अतीक ने इसके लिए रात को ली गई कम नींद जिम्मेदार बताया था. गौरतलब है कि प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद पर मुकदमे की सुनवाई के साथ ही यूपी एसटीएफ ने असद की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए थे. इसके साथ ही असद पर पांच लाख का इनाम भी घोषित कर दिया था. 

यह भी पढ़ेंः BIG BREAKING: माफिया अतीक के बेटे असद अहमद की एनकाउंटर में मौत, गुर्गा गुलाम भी ढेर

दिल्ली में भी छिपा था असद
बताते हैं कि यूपी पुलिस की सक्रियता देख असद इधर-उधर छिपता घूम रहा था. सूत्रों के मुताबिक फरारी के दौरान असद दिल्ली में भी करीब एक पखवाड़े तक छिपा रहा था. इसकी जानकारी मिलने के बाद यूपी एसटीएफ ने दिल्ली की स्पेशल सेल की मदद से कई जगह तलाशी अभियान भी चलाया, लेकिन असद गिरफ्त में नहीं आ सका. असद दक्षिण और पश्चिम दिल्ली में अपने पूर्व ड्राइवर की मदद से छिपता रहा. हालांकि बीते महीने यूपी एसटीएफ की सूचना पर दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल की काउंटर इंटेलीजेंस टीम ने असद के मददगार तीन आरोपितों को आर्म्स एक्ट में मामले में पकड़ कर यूपी एसटीएफ को सौंप दिया था. इन्होंने पूछताछ में बताया था कि उन्होंने असद और गुलाम को छिने में मदद की. हालांकि अंततः आज असद और गुलाम दोनों ही पुलिस मुठभेड़ में मारे गए.