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Diwali Special: दिवाली पर करेंगे बंदियों के बने 'दिये' जगमग, आगरा जेल में बनाएं गए सवा लाख दिये

Diwali Special:आगरा जिला जेल के बंदी भले ही दिवाली पर अपनों से दूर हैं, लेकिन उनके बनाए दिये उनके और दूसरों के घरों में उजाला फैलाएंगे. आपको बता दें कि जेल प्रशासन बंदियों से सवा लाख दिये तैयार करा रहा है.

Updated on: 21 Oct 2022, 01:24 PM

highlights

  • इन दियों को 50 पैसे प्रति दिये के हिसाब से मार्केट में बेचा जाएगा 
  • बंदियों से मिलाई करने वाले परिजन भी खरीद सकेंगे दिये 
  • जेल के बाहर स्टाल लगाकर की जाएगी दियों की बिक्री 

नई दिल्ली :

Diwali Special:आगरा जिला जेल के बंदी भले ही दिवाली पर अपनों से दूर हैं, लेकिन उनके बनाए दिये उनके और दूसरों के घरों में उजाला फैलाएंगे. आपको बता दें कि जेल प्रशासन बंदियों से सवा लाख दिये तैयार करा रहा है. इनको 50 पैसे प्रति दीये के हिसाब से बेचा जाएगा. यही नहीं जेल में मुलाकात करने आए लोगों को भी इन दियों को खरीदने की अनुमति होगी. इसके अलावा जेल के बाहर स्टाल लगाकर आम लोगों को भी इन्हें बिक्री किया जाएगा. जेल प्रशासन के मुताबिक दिये बनाने में 40 बंदी लगाए गए थे. जिन्हे  दिवाली तक सवा लाख दिये बनाने का लक्ष्य दिया गया था.

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जेल अधीक्षक पीडी सलौनिया ने बताया कि गोबर से सवा लाख दिये तैयार कराए जा रहे हैं. इस कार्य में 35 से 40 बंदी लगे हैं.. दिया तैयार कराने का मुख्य उद्देश्य बंदियों को सकारात्मक ऊर्जा और विचार की ओर से बढ़ाना है. मुलाकात करने आने वालों को 20 दियों का एक पैकेट 10 रुपये में दिया जा रहा है. जेल परिसर के बाहर भी एक स्टाल लगाया गया है. यहां से कर्मचारी और आम लोग दिये खरीद सकेंगे. 50 हजार दिये आंवलखेड़ा में गायत्री पीठ परिवार को दिए जाएंगे. 

आपको बता दें कि जेल की गोशाला में 88 गाय हैं. जिनकी देख-रेख बंदी ही करते हैं. वह एक तो गोबर की लोई बनाते हैं, दूसरा गोबर को सुखाकर पाउडर तैयार करते हैं. इसके बाद बंदी खराब एलईडी बल्ब का प्रयोग गोबर को ढालकर आकार देने में करते हैं. सूखने के बाद दीया तैयार हो जाता है. जेल में मुख्य रूप से 15 बंदियों को दीपक तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है. बाकी 20 से 25 बंदी सहयोग में हैं.