यूपी में तीर्थस्थलों का विकास: कृष्ण जन्मस्थल के 10 किमी का इलाका तीर्थस्थल घोषित
सरकार ने जन्मस्थल के 10 वर्ग किलोमीटर के दायरे को तीर्थस्थल घोषित किया है.
highlights
- योगी सरकार ने कृष्ण जन्मस्थान के 10 वर्ग किमी के दायरे को तीर्थस्थान घोषित किया
- अयोध्या, वाराणसी, मथुरा आदि में सुविधाएं पहले की मुकाबले बेहतर
- यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने मथुरा में ही जन्माष्टमी भी मनाई थी
नई दिल्ली:
अयोध्या में राममंदिर निर्माण शुरू होने के बाद अब बीजेपी की निगाहें काशी और मथुरा पर है. कुछ दिनों से दोनों स्थल किसी न किसी कारण से चर्चा में रहे हैं. मथुरा स्थित कृष्ण जन्मस्थान एक बार फिर सुर्खियों में है. उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने कृष्ण जन्मस्थान के 10 वर्ग किलोमीटर के दायरे को तीर्थस्थान घोषित किया है. कृष्ण जन्मस्थान को लेकर भी काफी विवाद है. दरअसल जन्मस्थान के पास ही शाही मस्जिद स्थित है, जिसे औरंगजेब ने बनवाया था. शाही मस्जिद और कृष्ण जन्मस्थान को लेकर भी मामला अदालत में है.
योगी सरकार ने शुक्रवार को मथुरा वृंदावन में कृष्ण जन्मस्थल को लेकर बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने जन्मस्थल के 10 वर्ग किलोमीटर के दायरे को तीर्थस्थल घोषित किया है. इस इलाके में 22 नगर निगम वार्ड क्षेत्र आते हैं, जिसे तीर्थस्थल घोषित किया गया है.
#UPCM श्री @myogiadityanath जी ने मथुरा-वृंदावन में श्री कृष्ण जन्म स्थल को केंद्र में रखकर 10 वर्ग कि.मी. क्षेत्र के कुल 22 नगर निगम वार्ड, क्षेत्र को तीर्थ स्थल के रूप में घोषित किया है।
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) September 10, 2021
@spgoyal @sanjaychapps1 @74_alok pic.twitter.com/wS6P6SnRYN
पिछले महीने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने मथुरा में ही जन्माष्टमी भी मनाई थी, जिसके बाद तीर्थस्थल घोषित किए जाने का यह फैसला काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. जन्माष्टमी के कार्यक्रम में शामिल हुए योगी आदित्यनाथ ने कृष्ण जन्मस्थान पर पहुंचकर भगवान श्री कृष्ण के दर्शन किए थे. मथुरा में मुख्यमंत्री ने कहा था कि पहले त्योहार में बधाई देने के लिए विधायक, मुख्यमंत्री यहां नहीं आते थे और जो पहले मंदिरों में जाने से डरते थे, वे अब कह रहे हैं कि राम मेरे हैं, कृष्ण भी मेरे हैं.
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बता दें कि यूपी में तीर्थस्थलों के विकास का काम चल रहा है. अयोध्या, वाराणसी, मथुरा आदि में सुविधाएं पहले की मुकाबले बेहतर हो रही हैं. अयोध्या में डेढ़ साल पहले आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से जारी है. माना जा रहा है कि साल 2024 से पहले तक अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा.
वहीं, वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पर भी काम चल रहा है. इसके भी जल्द पूरा होने की उम्मीद है. कॉरिडोर के पूरा होने की वजह से मंदिर और उसके आसपास का इलाका और भी भव्य हो जाएगा और भक्त बिना किसी दिक्कत के आसानी से मंदिर में भगवान के दर्शन कर सकेंगे. इन सबके बीच, यूपी सीएम ने राज्य में सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का भी आदेश दिया है. उन्होंने सभी संबंधित विभागों को गड्ढों को भरना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. इसके लिए 20 सितंबर से 20 नवंबर के बीच ड्राइव भी चलाई जाएगी.
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