UP Crime News: काफी समय से देश की सुरक्षा की जानकारी को पाकिस्तान को भेजने वाले एक शख्स को यूपी पुलिस की एटीएस टीम ने अरेस्ट किया है. आगरा में रहने वाले आरोपी शख्स को गुरुवार को लखनऊ एटीएस मुख्यालय में बुलाया गया था जहां उसने जब गहरे राज उगले तो फिर उसे अरेस्ट कर लिया गया. जब उसके फोन से पाकिस्तानी एजेंट को भेजे गए गोपनीय संदेश मिले तो फिर उसके पास कुछ कहने को बचा ही नहीं और उसने सारी बातें कबूल कर लीं.
पूछताछ में आरोपी रविंद्र कुमार ने बताया कि वह 2006 से ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में काम कर रहा है. 2009 से वह ऑर्डिनेंस फैक्ट्री, हजरतपुर, फिरोजाबाद काम कर रहा है और वर्तमान में चार्जमैन की पोस्ट पर है. साल 2024 की जून-जुलाई में उसकी दोस्ती फेसबुक पर पाकिस्तानी एजेंट और हैंडलर नेहा शर्मा से हुई जो अक्सर वाट्सएप चैट्स,ऑडियो कॉल और वीडियो कॉल करती थी और प्यार भरी बातें करती थी. रविंद्र को भी मालामाल होने का लालच हो गया और गोपनीय जानकारी भेजने लगा. उसने इस बात में चालाकी बरती और इन सबको वह फोन से डिलीट कर देता था लेकिन फिर भी उसके फोन में ऐसा कुछ रह गया जिससे वह पकड़ में आ गया.
'लड़की के माध्यम से बहुत संवेदनशील जानकारी साझा की'
ADG UP ATS नीलाब्जा चौधरी ने कहा, "एटीएस यूपी और उनकी सहयोगी एजेंसियों को जानकारी मिली थी कि रविंद्र कुमार नाम का एक व्यक्ति अपने पाक ISI हैंडलर के साथ विभिन्न गोपनीय और संवेदनशील जानकारी साझा कर रहा था. इस पर काम करते हुए हमारी आगरा इकाई ने रविंद्र कुमार से प्रारंभिक पूछताछ की और उसे विस्तृत पूछताछ के लिए ATS मुख्यालय बुलाया गया. वहां यह साबित हुआ कि उसने नेहा नाम की एक हैंडलर लड़की के माध्यम से बहुत संवेदनशील जानकारी साझा की थी. यह ISI मॉड्यूल लंबे समय से चल रहा है. वे लोगों को फंसाते हैं और उनसे जानकारी निकालते हैं जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा खतरा है.
पूछताछ में पता चली ये बातें
नीलाब्जा चौधरी ने आगे बताया कि उससे पूछताछ करने पर हमें पता चला कि वह समय-समय पर उक्त हैंडलर के साथ जानकारी साझा करता था जिसमें आयुध निर्माणी (जिसमें वह काम कर रहा था) की दैनिक प्रोडक्टिव रिपोर्ट और स्टोर की रसीद, आपराधिक प्रचलन के अन्य दस्तावेज, आने वाला स्टॉक, मांग, सभी शामिल थे.
सरकारी संस्थानों से की ये अपील
ADG UP ATS ने सरकारी संस्थानों से अपील करते हुए कहा, "मैं सभी संवेदनशील संस्थानों से अनुरोध करूंगा कि वे अपने सुरक्षा अभ्यास, SOP आदि को हमारे महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के सभी अधिकारियों के साथ अपडेट करें और अपने कर्मचारियों की न्यूनतम स्तर की सुरक्षा जांच बनाए रखें ताकि भविष्य में ऐसी स्थितियों से बचा जा सके.आगे की जांच जारी है."
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