logo-image

वर्चुअल रैली में जुटी भीड़ ने उड़ाई कोरोना गाइडलाइन्स की धज्जी, सपा के खिलाफ दर्ज हुई FIR  

कोरोना गाइडलाइन्स का पालन न करने के लिए प्रशासन ने सपा कार्यालय में हुए कार्यक्रम पर एफआईआर दर्ज किया है.

Updated on: 14 Jan 2022, 07:22 PM

highlights

  • समाजवादी पार्टी ने लखनऊ कार्यालय में वर्चुअल रैली आयोजित की थी
  • गौतमपल्ली थाने में धारा 144 का उल्लंघन और महामारी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज
  • लखनऊ के डीएम अभिषेक प्रकाश ने कहा कि, समाजवादी पार्टी की रैली बिना अनुमति के हुई

लखनऊ:

स्वामी प्रसाद मौर्य समेत कुछ नेताओं ने आज यानि शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के लखनऊ कार्यलय जाकर सपा की सदस्यता ली. इस अवसर पर समाजवादी पार्टी ने एक वर्चुअल रैली आयोजित की थी. कुछ नेताओं की जॉइनिंग के बाद अखिलेश यादव और स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाषण दिया था. वर्चुअल रैली की वजह से समाजवादी पार्टी के कार्य़ालय के बाहर लोगों का भारी हुजूम देखने को मिला. सपा ने इसे नाम जरूर वर्चुअल रैली का दिया लेकिन वहां पर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई गईं और किसी भी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं हुआ.

कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच चुनाव आयोग द्वारा रैलियों पर रोक लगाई गई है. ये पाबंदी 15 जनवरी तक जारी रहने वाली है. कोरोना गाइडलाइन्स का पालन न करने के लिए प्रशासन ने सपा कार्यालय में हुए कार्यक्रम पर एफआईआर दर्ज किया है. लखनऊ के गौतमपल्ली थाने में धारा 144 का उल्लंघन और महामारी एक्ट के तहत पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. लखनऊ के डीएम अभिषेक प्रकाश ने कहा कि, “समाजवादी पार्टी की रैली बिना अनुमति के हुई.”

यह भी पढ़ें: UP Election 2022: BJP का उम्मीदवारों के नामों पर मंथन, 175 सीटों के कैंडिडेट तय

समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि, “यह हमारे पार्टी कार्यालय के अंदर एक वर्चुअल कार्यक्रम था. हमने किसी को फोन नहीं किया लेकिन लोग आ गए. लोग COVID प्रोटोकॉल का पालन करते हुए काम कर रहे हैं. भाजपा के मंत्रियों के दरवाजे और बाजारों में भी भीड़ है, लेकिन उन्हें सिर्फ हमसे समस्या है.”

बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने जोर देकर कहा है कि सपा ने कोरोना काल में चुनाव आयोग के नियमों का मखौल उड़ाया है, सोशल डिस्टेंसिंग के नियम को तार-तार किया गया है. इस पूरे मामले पर लखनऊ के जिला अधिकारी अभिषेक प्रकाश ने भी साफ कर दिया है कि सपा द्वारा इस कार्यक्रम के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी. जब इस कार्यक्रम की जानकारी मिली, तब पुलिस को सपा दफ्तर भेजा गया और अब आगे की कार्रवाई की जाएगी.