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UP CoronaVirus: आंकड़ों में कोरोना से सिर्फ 68 मौतें, लेकिन लखनऊ के श्मशान में धधक रही चिताएं

यूपी के स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार को जारी आंकड़े के मुताबिक, राजधानी लखनऊ में कोरोना से 14 मौतें हुई हैं, जबकी पूरे राज्य में 68 मौत का दावा किया गया है.

Updated on: 15 Apr 2021, 10:38 AM

highlights

  • राजधानी लखनऊ में कोरोना से 14 मौतें हुई हैं, जबकी पूरे राज्य में 68 मौत का दावा किया गया है
  • होम आइसोलेशन में होने वाली मौतों को सरकारी रिकॉर्ड में नहीं जोड़ा जा रहा है
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ खिलेश यादव भी कोरोना के चपेट में आ गए हैं

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश में कोरोना के सारे रिकॉर्ड टूट रहे हैं. हालांकि फिर भी राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या पर विवाद खड़ा हो गया  है. यूपी के स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार को जारी आंकड़े के मुताबिक, राजधानी लखनऊ में कोरोना से 14 मौतें हुई हैं, जबकी पूरे राज्य में 68 मौत का दावा किया गया है.  लेकिन स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट का खुलासा तब होता है जब केवल बुधवार को रात करीब 9 बजे ही 98 शवदाहगृहों में 98 कोरोना शवों का अंतिम संस्कार किया गया. अधिकारियों के मुताबिक नौ बजे के बाद भी कुछ शव बाहर शव वाहनों में पड़े हुए थे, जिनका दाह किया जाना बाकी था. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि जब पूरे प्रदेश में कोविड से सिर्फ 68 मौतें हुईं तो अकेले लखनऊ में ही कोविड से मरे 98 शवों का अंतिम संस्कार कैसे हो गया?

इस पर नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि बैकुंठ धाम पर 61 और गुलाला घाट पर 37 बॉडी का अंतिम संस्कार किया गया. इससे पहले मंगलवार को 81 मृत शरीर को जलाया गया था. इसमें 50 बैकुंठ धाम और 31 गुलाला घाट पर थी. यह आंकड़ा भी प्रदेश में मरने वालों के आंकड़े से ज्यादा था. जानकारी के मुताबिक, ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि होम आइसोलेशन में होने वाली मौतों को सरकारी रिकॉर्ड में नहीं जोड़ा जा रहा है, जिस वजह से इन आंकड़ों में अंतर आ रहा है.

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नगर निगम के अधिकारियों के मुताबिक, स्वास्थ्य विभाव सिर्फ अस्पतालों में मरने वाली की लिस्ट तैयार कर रहा है. घर पर जिस भी कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो रही है उसकी लिस्ट नहीं आती है. हालांकि अंतिम संस्कार के लिए जब बॉडी आती है तो वह पीपीई किट में आती है. उनकी पूरी लिस्ट और रजिस्टर भी तैयार किया जाता है. अगर घर पर हुई मौत के आंकड़े भी जोड़ा जाए तो हालात कुछ और होगा.

बता दें कि यूपी में कोरोना वायरस संक्रमण की गति लगातार बढ़ती जा रही है. इस कारण हालात दिनों दिन बिगड़ रही है. उत्तर प्रदेश में बुधवार को भी बीते 24 घंटे की में 20,510 नए संक्रमित मिले हैं. बीते 24 घंटे में लखनऊ में सर्वाधिक 5433 मरीज मिले हैं. इसी तरह प्रयागराज में 1702 कानपुर नगर में 1221, वाराणसी में 1585 मरीज मिले है. इसके अलावा आज प्रदेश में कुल 68 मौतें भी हुई हैं.

यह जानकारी प्रदेश के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने दी. उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में 4,517 लोग कोरोना से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं. प्रदेश में इस समय कोरोना संक्रमितों की संख्या एक लाख 11 हजार 835 है.

गौरतलब है कि यूपी में कोरोना की बढ़ती रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है. बीते सात दिन में रोज करीब दो हजार नए संक्रमित सामने आने से प्रदेश में स्थिति बेहद विकराल होती जा रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन गोपाल जी भी बुधवार को इसके संक्रमण की चपेट आ गए हैं.