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किसानों के जरिए 'वोटबैंक' पर कांग्रेस की नजर! सहारनपुर में आज प्रियंका गांधी की 'चुनावी' महापंचायत

एक साल बाद फिर प्रियंका की सियासी सभा हो रही है. सहारनपुर के चिलकाना में आज प्रियंका गांधी किसान महापंचायत कर रही हैं. कांग्रेस अपने अभियान को 'जय जवान जय किसान' का नारा दे रही है.

Updated on: 10 Feb 2021, 11:55 AM

highlights

  • किसानों के जरिए 'वोटबैंक' पर कांग्रेस की नजर!
  • सहारनपुर में आज प्रियंका की 'चुनावी' महापंचायत
  • प्रियंका की पंचायत को प्रशासन ने नहीं दी इजाजत

सहारनपुर/नई दिल्ली:

नए खेती कानूनों पर सियासत तेज है. कांग्रेस (Congress) मोदी सरकार के खिलाफ किसानों की नाराजगी को भुनाने की कोशिश में है. इसके लिए कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर पैनी नजर बनाई हुई है. एक साल बाद फिर प्रियंका की सियासी सभा हो रही है. सहारनपुर (Saharanpur) के चिलकाना में आज प्रियंका गांधी किसान महापंचायत (Kisan mahapanchayat) कर रही हैं. कांग्रेस अपने अभियान को 'जय जवान जय किसान' का नारा दे रही है. प्रियंका गांधी की महापंचायत के मद्देनजर कांग्रेस (Congress) ने पूरी तैयारी मुकम्मल कर ली है. कांग्रेस गांव गांव जाकर लोगों को जागरूक कर रही है और पंचायत में आने के लिए अपील कर रही है.

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प्रियंका गांधी वाड्रा उत्तर प्रदेश में तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ अलख जगाने के लिए 'किसान सभाओं' की श्रृंखला आज से आयोजित करने जा रही हैं. प्रियंका आज सहारनपुर में इस तरह की पहली बैठक करेंगी. फिर वह 13 फरवरी को मेरठ और बिजनौर में इसी तरह की 'किसान सभाओं' को संबोधित करेंगी.

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हालांकि कांग्रेस पार्टी को सहारनपुर में किसान महापंचायत की अनुमति नहीं मिली है. प्रशासन ने जिले में 5 अप्रैल तक जिले में धारा 144 लगाई है. उत्तर प्रदेश प्रशासन के मुताबिक, 4 लोग से ज्यादा व्यक्ति एक जगह पर खड़े नहीं हो सकते. हालांकि कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव का मानना है कि प्रियंका गांधी की लोकप्रियता से योगी सरकार डरती है. इसलिए प्रियंका गांधी के कार्यक्रम में सरकार अड़चन डालने का काम कर रही है.

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इससे पहले पिछले हफ्ते प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश के रामपुर में किसान नवरीत सिंह की श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुई थी. कृषि कानूनों को लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सियासी समीकरण साधने की कोशिश में कांग्रेस पार्टी का लगभग दो दर्जन जिलों में रैली करने का प्लान है. दरअसल, पार्टी का पश्चिमी उत्तर प्रदेश से एक भी सांसद नहीं है और सिर्फ दो विधायक हैं. कांग्रेस को उम्मीद है कि किसानों की नाराजगी को भुनाकर वह जाट, गुर्जर और पंजाबी समुदाय में अपनी पैठ बना सकती है. इसके लिए कांग्रेस पार्टी रणदीप सुरजेवाला, दीपेंद्र हुड्डा, सचिन पायलट जैसे बड़े नेताओं की सभाओं करने की तैयारी में है.