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योगी सरकार का बड़ा फैसला, जुलूस-झांकी की इजाजत नहीं, 30 सितंबर तक सभी आयोजनों पर बैन

योगी सरकार ने फैसला लिया है कि सार्वजनिक रूप से मूर्तियां स्थापित नहीं की जाएंगी. इसके साथ ही ताजिये निकालने पर भी रोक लगा दी गई है. किसी भी तरह के आयोजन पर भी रोक लगा दी गई है.

Updated on: 26 Aug 2020, 11:11 AM

लखनऊ:

कोरोना वायरस (Corona Virus) के बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने बड़ा फैसला लिया है. प्रदेश में 30 सितंबर तक सार्वजनिक समारोह, धार्मिक उत्सव, राजनीतिक आंदोलन और सभाओं पर पूरी तरह बैन लगा दिया है. इस संबंध में अधिकारियों को आदेश भी जारी कर दिए गए हैं. इस आदेश में कहा गया है कि प्रदेश में किसी भी जगह सार्वजनिक रूप से मूर्तियां स्थापित नहीं की जाएंगी, न ही ताजिया निकाले जाएंगे. गणेश उत्सव और मुहर्रम के मद्देनजर सरकार का ये बड़ा फैसला है.

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सीएम योगी ने अधिकारियों से साफ कहा कि कोरोना वायरस के मद्देनजर धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सार्वजनिक तौर पर इजाजत नहीं है और इसका पालन होना चाहिए. मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अगर कोई भी नियमों का उल्लंघन करते हुए पाया जाए तो उनके खिलाफ सख्त एक्शन हो. इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वह सोशल मीडिया पर नजर रखें और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाी करें.

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ऑनलाइन निकाले जाएंगे जलसे
प्रदेश सरकार की गाइडलाइंस के बाद लखनऊ में मुस्लिम धर्मगुरुओं ने फैसला लिया है कि इस बार मुहर्रम के जलसे ऑनलाइन आयोजित होंगे. सुन्नी धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने हाल ही में कहा था कि कोविड-19 की वजह से इफ्तार और नमाज घरों में ही अदा की गई है. इसलिए लखनऊ में पहले मुहर्रम से 10 मुहर्रम तक होने वाले 10 दिवसीय जलसे ऑनलाइन आयोजित किए जाएंगे.