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सांकेतिक तस्वीर Photograph: (Social)
UP News: उत्तर प्रदेश में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार नवंबर में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी)-5 आयोजित करने जा रही है. इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए इन्वेस्ट यूपी ने आठ अक्टूबर को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में सभी संबंधित विभागों की बैठक बुलाई है.
ये है योगी सरकार का लक्ष्य
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जीबीसी-5 में पांच लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने का लक्ष्य तय किया है. हालांकि, अभी तक केवल करीब 2.5 लाख करोड़ रुपये के ही प्रस्ताव तैयार हो पाए हैं. इसे देखते हुए विभाग निवेश की गति तेज करने पर काम कर रहा है.
पिछले वर्ष 10 लाख करोड़ का लाया गया था प्रस्ताव
बता दें कि पिछले वर्ष हुए जीबीसी-4 में 10 लाख करोड़ रुपये के प्रस्ताव लाए गए थे. लेकिन अब तक केवल 2.80 लाख करोड़ रुपये का ही निवेश वास्तविकता में बदल सका है. इस बार सरकार चाहती है कि कार्यक्रम में केवल उन्हीं परियोजनाओं को शामिल किया जाए, जिनकी सारी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हों.
निवेश सारथी और मित्र पोर्टलों की प्रक्रिया की सरल
निवेश को आसान बनाने के लिए इन्वेस्ट यूपी ने निवेश सारथी और निवेश मित्र पोर्टलों की प्रक्रिया सरल कर दी है. सबसे बड़ी चुनौती विभिन्न विभागों से एनओसी (NOC) जारी करने को लेकर आ रही है. इसके समाधान के लिए इन्वेस्ट यूपी ने विशेष टीमें बनाई हैं, जिन्हें निवेशकों को समय पर एनओसी उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी दी गई है.
अधिक से अधिक प्रस्ताव जुटाने का दिए निर्देश
औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी पहले ही विभागीय अधिकारियों को जीबीसी-5 के लिए अधिक से अधिक प्रस्ताव जुटाने का निर्देश दे चुके हैं. वहीं मुख्यमंत्री ने हाल ही में समीक्षा बैठक में यह स्पष्ट किया है कि केवल उन्हीं प्रस्तावों को जीबीसी-5 में शामिल किया जाए जिनकी निवेश प्रक्रिया पूरी हो चुकी हो.
इसके लिए जिलाधिकारियों को तैयार प्रस्तावों की सूची भेज दी गई है. लक्ष्य है कि जीबीसी-5 के दिन पूरे प्रदेश में निवेश परियोजनाओं की शुरुआत एक साथ की जा सके.
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