/newsnation/media/media_files/2025/10/03/cm-yogi-2025-10-03-19-25-45.jpg)
शारदीय नवरात्र और विजयदशमी पर्व पर लगातार चार दिन कार्यक्रमों में व्यस्त रहने के बाद भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार (3 अक्टूबर) सुबह जनता की समस्याओं को प्राथमिकता दी. गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर परिसर में आयोजित जनता दर्शन में उन्होंने करीब 200 लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं.
जनता से सीधे संवाद, अधिकारियों को दिए निर्देश
मुख्यमंत्री ने लोगों की समस्याओं को सुनते हुए अधिकारियों से कहा कि जनता की परेशानी का त्वरित और निष्पक्ष निस्तारण होना चाहिए. उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार हर पीड़ित की समस्या का समाधान कराने के लिए संकल्पित है.
सीएम योगी ने खास तौर पर अफसरों को निर्देश दिए कि किसी की जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों को किसी हाल में न बख्शा जाए और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. यदि विवाद पारिवारिक हो तो आपसी बातचीत कर समाधान कराया जाए. उन्होंने कहा कि राजस्व और पुलिस से जुड़े मामलों का निपटारा पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता से होना चाहिए ताकि किसी के साथ नाइंसाफी न हो.
इलाज के लिए मदद का आश्वासन
जनता दर्शन में इस बार भी कई लोग इलाज के लिए आर्थिक सहायता की मांग लेकर पहुंचे. मुख्यमंत्री ने ऐसे सभी लोगों को आश्वस्त किया कि सरकार उनके इलाज में पूरी मदद करेगी. उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया कि इलाज से जुड़ी अनुमानित लागत की प्रक्रिया तुरंत पूरी कर शासन में उपलब्ध कराई जाए, ताकि समय पर सहायता दी जा सके.
बच्चों से आत्मीय मुलाकात
गोरखनाथ मंदिर भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री ने बच्चों से भी मुलाकात की. उन्होंने बच्चों से उनका नाम, पढ़ाई और कक्षा के बारे में पूछा. कुछ बच्चों से ठिठोली भी की और सबको खूब पढ़ने की प्रेरणा दी. मुख्यमंत्री ने बच्चों के सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया और चॉकलेट भी बांटी.
योगी आदित्यनाथ का बच्चों के प्रति आत्मीयता भरा व्यवहार हमेशा से चर्चा में रहता है. शुक्रवार को भी मंदिर परिसर में उन्होंने बच्चों को प्यार दिया और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया.
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार का उद्देश्य हर नागरिक के जीवन में खुशहाली लाना है. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जो लोग किसी कारण से योजनाओं का लाभ नहीं पा सके हैं, उन्हें योजनाओं से जोड़ना सुनिश्चित किया जाए.
यह भी पढ़ें- UP में इस योजना को लेकर युवाओं बढ़ रहा रुझान, 6 माह में ढाई लाख से ज्यादा आवेदन