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लंपी वायरस: सीएम योगी के आदेश से पशु मेलों पर रोक, बचाव के लिए लगेंगे टीके

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने लंपी वायरस के प्रसार को रोकने के लिए पशु मेलों के आयोजन पर रोक लगा दी है. योगी आदित्यनाथ के आदेश के मुताबिक, पूरे राज्य में लंपी वायरस से बचाव के लिए टीकाकरण योजना...

Updated on: 23 Aug 2022, 02:47 PM

highlights

  • यूपी में भी पैर पसार रहा लंपी वायरस
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिये अहम निर्देश
  • पशु मेलों पर बैन, टीकाकरण के निर्देश

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने लंपी वायरस के प्रसार को रोकने के लिए पशु मेलों के आयोजन पर रोक लगा दी है. योगी आदित्यनाथ के आदेश के मुताबिक, पूरे राज्य में लंपी वायरस से बचाव के लिए टीकाकरण योजना पर काम होगा. पशु मेलों के आयोजन पर रोक से लंपी के प्रसार पर लगाम लगाई जा सकेगी. बता दें कि राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों में लंपी वायरस की वजह से व्यापक स्तर पर पशुधन की हानि हुई है. हजारों पशुओं की मौत हुई है, तो लाखों पशु इसकी वजह से गंभीर रूप से बीमार गुए.

पशु मेलों पर लगाया बैन, गोआश्रयों में अनावश्यक एंट्री पर रोक

यूपी में भी हाल के दिनों में गोवंश पर लंपी वायरस (Lumpy Viral) का दुष्प्रभाव देखने को मिला है. इस संक्रमण के कारण कई राज्यों में व्यापक पशुधन हानि हुई है. ऐसे में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में इसके प्रसार को रोकने के लिए हमें मिशन मोड में काम करना होगा. स्थिति सामान्य होने तक प्रदेश में पशुमेलों का आयोजन स्थगित रखा जाए. अंतरराज्यीय पशु परिवहन पर रोक लगाई जाए. पशुपालकों को संक्रमण के लक्षण और उपचार के बारे में पूरी जानकारी दी जाए. गोआश्रय स्थलों में अनावश्यक लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया जाए.

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टीकाकरण अभियान चलाना जरूरी

योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि लंपी वायरस से सुरक्षा के लिए पशु टीकाकरण का विशेष अभियान चलाया जाना जरूरी है. टीके की उपलब्धता के लिए भारत सरकार से भी सहयोग प्राप्त होगा. उन्होंने कहा कि ये मक्खी और मच्छर से फैलने वाला वायरस है, ऐसे में ग्राम्य विकास, नगर विकास और पशुपालन विभाग परस्पर समन्वय से गांव व शहरों में विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाए. संक्रमित पशु की मृत्यु की दशा में अंतिम क्रिया पूरे मेडिकल प्रोटोकॉल का साथ कराया जाए. ताकि किसी भी दशा में संक्रमण का प्रसार न हो.