आबादी की जमीन को लेकर दो पक्षों में मारपीट, एक की मौत

आबादी की जमीन को लेकर दो पक्षों ने मिलकर एक पक्ष पर हमला बोल दिया. जिससे घायल पक्ष की ओर से एक व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई. मौत के बाद शव घर पहुँचा तो परिजनों में कोहराम मच गया.

आबादी की जमीन को लेकर दो पक्षों ने मिलकर एक पक्ष पर हमला बोल दिया. जिससे घायल पक्ष की ओर से एक व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई. मौत के बाद शव घर पहुँचा तो परिजनों में कोहराम मच गया.

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Yogendra Mishra
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Sisters tie rakhi to the dead body of their brother.

प्रतीकात्मक फोटो।( Photo Credit : फाइल फोटो)

आबादी की जमीन को लेकर दो पक्षों ने मिलकर एक पक्ष पर हमला बोल दिया. जिससे घायल पक्ष की ओर से एक व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई. मौत के बाद शव घर पहुँचा तो परिजनों में कोहराम मच गया. आक्रोशित परिजन बिना अपनी मांग मानें शव का अंतिम संस्कार करने को तैयार नही है. संग्रामगढ़ थाना क्षेत्र के मुरैनी गांव की रहने वाली शिवराजा पत्नी राधेश्याम पटेल के घर के सामने लगे नल की जल निकासी के लिए बनी नाली को गांव के ही हरिप्रताप सिंह बांधने लगे.

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शिवराजा देवी ने जब नाली बांधने का विरोध किया तो हरिप्रताप सिंह सहित उनके परिवार के कई लोग तथा गांव के स्वामीनाथ का परिवार भी लाठी, डंडा और धारदार हथियार से शिवराजा के ऊपर हमलावर हो गया. शिवराजा को बचाने के लिए जो भी उनके परिवार का व्यक्ति आया हमलावरों ने सभी को जमकर मारा-पीटा.

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जिसमें शिवराजा सहित उनके परिवार के कई लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए. पुलिस ने शिवराजा की तहरीर पर हरि प्रताप, हरि नारायण, मनीष, मनोज, स्वामी नाथ, पारस नाथ, तीरथ नाथ, राकेश, अखिलेश, सचिन, ललिता सहित कई लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया. शिवराजा के परिवार के राज बहादुर पटेल की रविवार को इलाज के दौरान मौत हो गई.

शव जब घर पर पहुँचा तो मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया. मृतक के परिजन शव को आरोपी के घर के सामने दफनाना चाहतें थे लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं करने दिया. शव दफनाने को लेकर कुंडा एसडीएम जल रंजन चौधरी और तहसीलदार राम जन्म यादव ने परिजनों को कई बार समझाने का प्रयास किया लेकिन परिजन शस्त्र, लाइसेंस, एक नौकरी और तीस लाख रुपए नगद की मांग पर अड़े रहे.

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खबर लिखें जाने तक शव को परिजनों ने नही दफनाया था तथा सांसद विनोद सोनकर द्वारा मृतक के परिजनों से शव दफनाने को लेकर बातचीत चल रही थी. डीएम को बुलाकर अपनी मांग को पूरा कराने के लिए परिजन अड़े हुए थे. मौके की संवेदनशीलता को देखते हुए सीओ लालगंज की अगुवाई में चार थानों की फोर्स गांव में बनी हुई है.

Source : News Nation Bureau

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