हाथरस कांड: मायावती ने CBI जांच की मांग की, रामदात अठावले ने दिया ये जवाब
उत्तर प्रदेश के हाथरस की गुड़िया के साथ हुई दरिदंगी के बाद हुई मौत को लेकर उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन की मांग करने वाली बसपा मुखिया मायावती ने हाथरस कांड की सीबीआई से जांच कराने की मांग उठाई है.
लखनऊ:
उत्तर प्रदेश के हाथरस की गुड़िया के साथ हुई दरिदंगी के बाद हुई मौत को लेकर उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन की मांग करने वाली बसपा मुखिया मायावती ने हाथरस कांड की सीबीआई से जांच कराने की मांग उठाई है.
मायावती ने शनिवार को ट्वीट किया, "हाथरस के जघन्य कांड को लेकर पूरे देश में जबरदस्त आक्रोश है. इसकी शुरुआती जांच रिपोर्ट से जनता संतुष्ट नहीं लगती है. अत: इस मामले की सीबीआइ से या फिर माननीय सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच होनी चाहिए. बसपा की यह मांग है."
उन्होंने आगे लिखा, "देश के माननीय राष्ट्रपति यू.पी. से आते हैं व एक दलित होने के नाते भी इस प्रकरण में खासकर सरकार के अमानवीय रवैये को ध्यान में रखकर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए दखल देने की भी उनसे पुरजोर अपील."
2. साथ ही, देश के माननीय राष्ट्रपति यू.पी. से आते हैं व एक दलित होने के नाते भी इस प्रकरण में ख़ासकर सरकार के अमानवीय रवैये को ध्यान में रखकर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिये दखल देने की भी उनसे पुरज़ोर अपील। 2/2
— Mayawati (@Mayawati) October 3, 2020
वहीं रामदास अठावले ने मायावती के बयान पर जवाब देते हुए कहा, 'हाथरस में लड़की की मौत मानवता पर कलंक लगाने वाली घटना है. मायावती राजनीति कर रही हैं. उन्हें योगी आदित्यनाथ का इस्तीफा मांगने का कोई अधिकार नहीं है। वो CBI जांच की मांग कर रही हैं जबकि SIT द्वारा वहां मजबूत जांच हो रही है. परिवार खुद CBI जांच से इनकार कर रहा है.'
हाथरस में लड़की की मौत मानवता पर कलंक लगाने वाली घटना है। मायावती राजनीति कर रही हैं। उन्हें योगी आदित्यनाथ का इस्तीफा मांगने का कोई अधिकार नहीं है। वो CBI जांच की मांग कर रही हैं जबकि SIT द्वारा वहां मजबूत जांच हो रही है। परिवार खुद CBI जांच से इनकार कर रहा है: रामदास अठावले pic.twitter.com/WIF18hIrH6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 3, 2020
बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती इससे पहले भी हाथरस और बलरामपुर कांड को लेकर भाजपा नेतृत्व से योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से हटाने की मांग की थी. इसके साथ ही उप्र की खराब कानून-व्यवस्था को लेकर यहां राष्ट्रपति शासन की मांग कर चुकी है.
ये भी पढ़ें: राहुल गांधी के हाथरस जाने पर स्मृति ईरानी ने कहा- ये सब राजनीति है, इंसाफ के लिए नहीं
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में 14 सितंबर को चंदपा क्षेत्र में चार लोगों ने एक अनुसूचित जाति की युवती का गैंगरेप किया और फिर गला दबाकर उसे मारने की कोशिश भी की, जिससे पीड़िता की जीभ कट गई. पीड़िता का इलाज बीते रविवार तक अलीगढ़ में चला लेकिन सोमवार (28 सितंबर) को उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल लाया गया, जहां पीड़िता ने मंगलवार को अंतिम सांस ली.
इसके बाद उसके शव का पोस्टमार्टम किया गया और शाम को शव हाथरस के लिए रवाना कर दिया गया. यहां लाकर पुलिस ने बुधवार तड़के करीब 2:45 बजे पीड़िता के शव का अंतिम संस्कार कर दिया. जिसके बाद मामला बढ़ता जा रहा है और विपक्षी दल पुलिस के कृत्य पर सवाल खड़े कर रहे हैं.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Akshaya Tritiya 2024: 10 मई को चरम पर होंगे सोने-चांदी के रेट, ये है बड़ी वजह
-
Abrahamic Religion: दुनिया का सबसे नया धर्म अब्राहमी, जानें इसकी विशेषताएं और विवाद
-
Peeli Sarso Ke Totke: पीली सरसों के ये 5 टोटके आपको बनाएंगे मालामाल, आर्थिक तंगी होगी दूर
-
Maa Lakshmi Mantra: ये हैं मां लक्ष्मी के 5 चमत्कारी मंत्र, जपते ही सिद्ध हो जाते हैं सारे कार्य