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7 वर्षों में हमने सरकार को दिल्ली के बंद कमरों से बाहर निकाला: PM मोदी

कुछ वर्ष पहले मैंने महोबा से ही देश की मुस्लिम बहनों से वादा किया था कि मैं उन्हें तीन तलाक की कुप्रथा से मुक्ति दिलाऊंगा. ये वादा भी पूरा हो चुका है.

Updated on: 19 Nov 2021, 08:29 PM

highlights

  • दिल्ली और यूपी में शासन करने वालों ने बुंदेलखंड को उजाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी
  • परिवारवादियों की सरकारों ने दशकों तक यूपी के अधिकतर गांवों को प्यासा रखा
  • परिवारवादियों की सरकारें किसानों को सिर्फ अभाव में रखना चाहती थीं

उत्तर प्रदेश:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बुंदेलखंड (Bundelkhand) के महोबा (Mahoba) में एक कार्यक्रम को संबोधित किया. उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पीएम नरेन्द्र मोदी योजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास के लिए लगातार दौरे पर हैं. शुक्रवार को वह रानी लक्ष्मीबाई के जन्मदिवस के मौके पर अर्जुन सहायक परियोजना का लोकार्पण कर बुंदेलखंड के किसानों को बड़ा तोहफा दिया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज गुरुनानक देव जी का आज प्रकाश पर्व है जिन्होंने गुलामी के उस दौर में भारत में नई चेतना जगाई थी. मैं देश और दुनिया के लोगों को गुरु परब की भी शुभकामनाएं देता हूं. आज ही भारत की वीर बेटी, बुंदेलखंड की शान, वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की जयंती भी है.

पीएम मोदी ने कहा कि बीते 7 वर्षों में हम कैसे सरकार को दिल्ली के बंद कमरों से निकालकर देश के कोने-कोने में लाए हैं, महोबा, इसका साक्षात गवाह है. ये धरती ऐसी योजनाओं, ऐसे फैसलों की साक्षी रही है जिन्होंने देश की गरीब, माताओं-बहनों के जीवन में बड़े बदलाव किए हैं.कुछ वक्त पहले यहीं से उज्ज्वला योजना के दूसरे चरण की शुरुआत की थी. 

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कुछ वर्ष पहले मैंने महोबा से ही देश की मुस्लिम बहनों से वादा किया था कि मैं उन्हें तीन तलाक की कुप्रथा से मुक्ति दिलाऊंगा. ये वादा भी पूरा हो चुका है. दिल्ली और उत्तर प्रदेश में लंबे समय तक शासन करने वालों ने बारी-बारी से बुंदेलखंड को उजाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी. यहां के जंगलों, संसाधनों को कैसे माफिया के हवाले किया गया, ये किसी से छिपा नहीं है.

अब इन्हीं माफियाओं पर बुलडोजर चल रहा है, तो कुछ लोग हाय-तौबा मचा रहे हैं. ये लोग कितनी भी तौबा मचा लें, यूपी के विकास के काम, बुंदेलखंड के विकास के काम रुकने वाले नहीं हैं.

किसानों के मुद्दे पर  पीएम मोदी ने कहा कि "किसानों को हमेशा समस्याओं में उलझाए रखना ही कुछ राजनीतिक दलों का आधार रहा है. ये समस्याओं की राजनीति करते हैं और हम समाधान की राष्ट्रनीति करते हैं. केन-बेतवा लिंक का समाधान भी हमारी ही सरकार ने निकाला है. दशकों तक बुंदेलखंड के लोगों ने लूटने वाली सरकारें देखी हैं, पहली बार बुंदेलखंड के लोग यहां के विकास के लिए काम करने वाली सरकार देख रहे हैं."

पीएम मोदी ने प्रदेश की पूर्व सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि, "इस कटु सत्य को कोई भुला नहीं सकता है कि वो उत्तर प्रदेश को लूटते नहीं थकते थे और हम काम करते-करते नहीं थकते हैं. परिवारवादियों की सरकारों ने दशकों तक यूपी के अधिकतर गांवों को प्यासा रखा है. परिवारवादियों की सरकारें किसानों को सिर्फ अभाव में रखना चाहती थीं. वो किसानों के नाम से घोषणाएं करते थे, लेकिन किसान तक पाई भी नहीं पहुंचती थी. जबकि पीएम किसान सम्मान निधि से हमने अब तक 1 लाख 62 हजार करोड़ रुपये सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजे हैं."

हमारी सरकार ने बीज से लेकर बाजार तक हर स्तर पर किसानों के हित में कदम उठाए हैं. बीते 7 वर्षों में 1,600 से अधिक अच्छी क्वालिटी के बीज तैयार किए गए हैं. जिनमें से अनेक बीज कम पानी में अधिक पैदावार देते हैं.

बुंदेलखंड में बेरोजगारी के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि हम बुंदेलखंड से पलायन को रोकने के लिए इस क्षेत्र को रोज़गार में आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और यूपी डिफेंस कॉरिडोर भी इसका एक बहुत बड़ा प्रमाण है.