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प्रधानमंत्री मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में बीजेपी की हार

वाराणसी के शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में समाजवादी विजेता लाल बिहारी यादव ने कहा, "यह पार्टी के लिए एक बड़ी जीत है. मैं परिणाम से बहुत खुश हूं." दो सीटों के परिणाम अभी भी लंबित हैं, भाजपा ने 11 में से चार सीटों पर, समाजवादी पार्टी ने तीन और निर्दलीय उम्मीदवारों ने दो पर जीत दर्ज की है.

Updated on: 06 Dec 2020, 11:34 AM

वाराणसी:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में भाजपा को एक बड़ा झटका लगा है. पार्टी को विधान परिषद चुनाव में दो सीटों पर हार मिली है. दोनों सीटें, जिनमें से एक शिक्षकों के लिए आरक्षित है और दूसरी स्नातक के लिए आरक्षित हैं, दोनों पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है. समाजवादी पार्टी के आशुतोष सिन्हा ने वाराणसी स्नातक की सीट जीती, वहीं उनकी ही पार्टी के सहयोगी लाल बिहारी यादव ने शिक्षकों की सीट पर जीत दर्ज की.

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वाराणसी के शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में समाजवादी विजेता लाल बिहारी यादव ने कहा, "यह पार्टी के लिए एक बड़ी जीत है. मैं परिणाम से बहुत खुश हूं." दो सीटों के परिणाम अभी भी लंबित हैं, भाजपा ने 11 में से चार सीटों पर, समाजवादी पार्टी ने तीन और निर्दलीय उम्मीदवारों ने दो पर जीत दर्ज की है. सत्तारूढ़ पार्टी के लिए एक अनुकूल रैली के बावजूद भाजपा के गढ़ में समाजवादी पार्टी की जीत ने कई लोगों को आश्चर्यचकित किया है.

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उत्तर प्रदेश भारत के छह राज्यों में से एक है, जिसमें द्विसदनीय विधायिका है, जिसके दो सदन हैं- विधानसभा और विधान परिषद. राज्य में विधान परिषद में 100 सदस्य हैं. उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 11 सीटों के लिए 1 दिसंबर को स्नातक की पांच सीटों और शिक्षकों के निर्वाचन क्षेत्र में छह सीटों के लिए मतदान हुआ था. सदस्यों का कार्यकाल 6 मई को समाप्त हो गया था, लेकिन महामारी के कारण चुनाव स्थगित करना पड़ा था.