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बिकरू कांड: कानपुर के पूर्व SSP अनंतदेव के खिलाफ SIT ने जांच की सिफारिश की

उत्तर प्रदेश में कानपुर के चर्चित बिकरू कांड की जांच कर रही तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी है.

Updated on: 07 Nov 2020, 01:40 PM

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश में कानपुर के चर्चित बिकरू कांड की जांच कर रही तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी है. सूत्रों के अनुसार, 9 बिंदुओं को लेकर एसआईटी द्वारा की गई जांच रिपोर्ट लगभग साढ़े तीन हजार पन्नों की है. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इसमें 80 के लगभग वरिष्ठ और जूनियर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शामिल है, जबकि एसआईटी ने 30 के खिलाफ प्रशासनिक सुधार की संस्तुति की है. इनमें पुलिस, प्रशासनिक और अन्य विभाग के अधिकारियों की अंतरलिप्ता मुख्य आधार रहा है.

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100 से ज्यादा गवाहियों के आधार पर एसआईटी ने अपनी जांच रिपोर्ट तैयार की है. 12 जुलाई को एसआईटी ने अपनी जांच शुरू की, जिसको 16 अक्टूबर को पूरा किया. एसआईटी हेड संजय आर भूसरेड्डी की अध्यक्षता में गठित टीम ने मुख्य रूप से अपनी 9 बिंदुओं पर हो रही जांच को आधार बनाकर रिपोर्ट तैयार की है. एसआईटी को 31 जुलाई, 2020 को अपनी जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौपनी थी, किंतु गवाहियों का आधार बढ़ने के कारण रिपोर्ट को 16 अक्टूबर को पूरा किया जा सका. बिकरु कांड में गठित SIT की टीम ने 9 बिंदुओं पर 12 जुलाई, 2020 को साक्ष्यों के संदर्भ में अपना काम शुरू घटना स्थल से शुरू किया था.

सूत्रों के अनुसार, इस रिपोर्ट में कानपुर के पूर्व एसएसपी अनंत देव तिवारी के पुलिस एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर विकास दुबे के साथ संबंध की जांच कराने की सिफारिश की गई है. दरअसल, एसआईटी ने शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा के एक पत्र और कॉल रिकॉर्डिंग के आधार पर इस जांच की सिफारिश की है. थानेदारों के ट्रांसफर, पोस्टिंग से जुड़े मामलों में ये जांच की सिफारिश की गई है.

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गौरतलब है कि कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव में गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने के लिए सीओ के नेतृत्व में गए पुलिस बल पर विकास दुबे ने अपने गैंग के साथ हमला बोल दिया था. जिसमें सीओ तथा दो दारोगा सहित आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे. इसकी जांच अपर मुख्य सचिव संजय आर भूसरेड्डी वाली तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) ने की है. इसमें पीएसी में डीआइजी के पद पर तैनात कानपुर के पूर्व एसएसपी अनंत देव तिवारी की विकास दुबे के साथ करीबी की जांच की सिफारिश की गई है.

बिकरू गांव में में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद एक रिपोर्ट वायरल हुई थी जो शहीद सीओ देवेन्द्र मिश्र ने चौबेपुर के निलंबित एसओ विनय तिवारी के खिलाफ पूर्व एसएसपी अनंत देव तिवारी को व्हाट्सएप और ईमेल के जरिए भेजी थी. उस पर कार्रवाई होनी थी मगर कुछ नहीं किया गया. इस मामले की जांच के लिए आईजी रेंज लखनऊ को शासन ने भेजा. शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा का एक ऑडियो वायरल हुआ था. इस ऑडियो में बिकरू में रेड पर जाने से पहले सीओ देवेंद्र मिश्रा और एसपी ग्रामीण के बीच फोन पर बातचीत है. इसमें देवेंद्र मिश्रा चौबेपुर एसओ और पूर्व एसएसपी अनंत देव पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं.