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लालच दे 1000 से अधिक का कराया धर्मपरिवर्तन, गिरोह चढ़ा UP ATS के हत्थे

यूपी एटीएस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो बड़े पैमाने पर धर्म परिवर्तन करा रहा था. यूपी एटीएस ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसकी जानकारी दी है.

Updated on: 21 Jun 2021, 01:14 PM

highlights

  • यूपी एटीएस को मिली बड़ी कामयाबी
  • धर्मांतरण कराने वाला गिरोह चढ़ा हत्थे
  • एक हजार का करा चुका है धर्म परिवर्तन

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण कराना कानूनन अपराध है और इसे तोड़ने वालों पर लगातार कार्रवाई भी हो रही है. इस बीच प्रदेश में एटीएस की टीम को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. यूपी एटीएस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो बड़े पैमाने पर धर्म परिवर्तन करा रहा था. एटीएस ने गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसकी जानकारी दी है. एटीएस की ओर से बताया गया है कि अवैध रुप से धर्मांतरण करने वाले गिरोह को पकड़ा है, जो सुनियोजित तरीके से पैसे और प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन करवाता है.

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एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि ISI, विदेशी संस्थाओं और देश विरोधी असामाजिक संगठन, धार्मिक तत्वों और सिंडिकेट से निर्देश प्राप्त करके और उनसे प्राप्त फंडिंग के जरिए लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जाता था. धर्म परिवर्तन करने वालों के मन में मूल धर्म के खिलाफ नफरत भरी जाती थी. उन्हें रेडिक्लाईज करके उनका इस्तेमाल देश के विभिन्न धार्मिक वर्गों में दुश्मनी फैलाकर देश के सौहार्द बिगाड़ने का काम किया जाता है. इस सूचना पर काम कर रही ATS ने 20 जून को दो व्यक्ति काजी जहांगीर और उमर गौतम को गिरफ्तार किया है.

एडीजी के अनुसार, उमर गौतम खुद हिन्दू से मुसलमान बना है. जो उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में गैर मुस्लिम मूक बधिर, महिलाओं बच्चों और अन्य कमजोर वर्ग के लोगों का बड़े पैमाने पर धर्म परिवर्तन कर रहे हैं. पूछताछ में उमर ने बताया है कि उसने अभी तक 1 हज़ार से ज्यादा लोगों का धर्म परिवर्तन करवाया है और बड़ी संख्या में उनकी शादी मुसलमानों से करवाई है. उमर और उसके साथियों द्वारा धर्म परिवर्तन के लिए IDC (Islamic Dawah Center) कार्यालय पता- C 2, जोगाबाई एक्सटेंशन, जामिया नगर, नई दिल्ली, नाम की संस्था का संचालन किया जाता था, जिसका उद्देश्य गैर मुस्लिम लोगों का धर्म परिवर्तन करवाना था.

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एडीजी प्रशांत किशोर ने बताया कि इस काम के लिए इनकी संस्था के खाते में और अन्य माध्यम से भी भारी मात्रा में पैसे आए थे. इस काम के लिए विदेशी फंडिंग भी होती थी. ये लोग धर्मांतरण से सम्बंधित प्रमाण पत्र और विवाह के प्रमाण पत्र भी गैर कानूनी रूप से तैयार करवाते थे. ये भी प्रकाश में आया है कि Noida Deaf Society नोएडा सेंटर, सेक्टर 117, जनपद गौतमबुद्ध नगर, जो कि मूक बधिर छात्रों का रेजिडेंशियल स्कूल है, इस स्कूल और अन्य मूक बधिर स्कूल के छात्रों का भी धर्मांतरण हुआ है.