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पंजाब में कांग्रेस की रार सोनिया की चौखट तक, कैप्टन मिल सकते हैं आलाकमान से

कैप्टन दिल्ली के लिए चंडीगढ़ से निकल चुके हैं. दिल्ली पहुंचकर सीएम कपूरथला हाउस जाएंगे, इसके बाद कांग्रेस के बड़े नेताओं से मुलाकार करेंगे. वहीं संभावना जताई जा रही है कि 22 जून को अमरिंदर सिंह 3 मेंबरी कमेटी से मुलाकात कर सकते हैं.

Updated on: 21 Jun 2021, 12:51 PM

highlights

  • सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह मंगलवार को सोनिया गांधी से मुलाकात कर सकते हैं
  • पंजाब कांग्रेस विवाद को शांत कराने के लिए लिए सोनिया गांधी पार्टी के कई नेताओं से मिल सकते हैं
  • पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी तीन सदस्यीय कांग्रेस पैनल से मुलाकात की थी

 

नई दिल्ली:

पंजाब में कांग्रेस पार्टी के बीच अदरुनी कलह जारी है. पार्टी नेताओं के बीच विवाद का शोर अब दिल्ली में अलाकमान के द्वार तक जा पहुंचा है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंद सिंह सोमवार को दिल्ली के रवाना हो रहे हैं. कैप्टन दिल्ली के लिए चंडीगढ़ से निकल चुके हैं. दिल्ली पहुंचकर सीएम कपूरथला हाउस जाएंगे, इसके बाद कांग्रेस के बड़े नेताओं से मुलाकार करेंगे. वहीं संभावना जताई जा रही है कि 22 जून को अमरिंदर सिंह 3 मेंबरी कमेटी से मुलाकात कर सकते हैं. इसके साथ ही वो पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिल सकते हैं. 

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वहीं दूसरी तरफ नवजोत सिंह सिद्धू ने सोमवार को एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'मैं 17 साल लोकसभा, राज्यसभा, मंत्री और विधायक के पद पर रहा. लेकिन इस दौरान मेरा एक ही मकसद रहा कि पंजाब का जो सिस्टम है ठीक करूं. लोगों के हाथ में उनकी ताकत वापस दूं. सिस्टम ने हर रिफॉर्म की कोशिश को ही खारिज कर दिया, इसलिए मैंने सिस्टम को ठुकरा दिया. फिर भला मुझे कैबिनेट पद के लिए ऑफर ही क्यों न आते रहें.'

बता दें कि पंजाब कांग्रेस में दरार राज्य के पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के साथ परगट सिंह के मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोलने के बाद सामने आई थी. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) को पंजाब के नेताओं की शिकायतों को सुनने के लिए एक समिति गठित करने के लिए मजबूर होना पड़ा, जब सिद्धू के नेतृत्व वाले एक समूह ने राज्य नेतृत्व में बदलाव का सुझाव दिया.

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अमरिंदर सिंह को बदलने (रिप्लेस) करने पर अभी कोई चर्चा नहीं हुई है. सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस बिना किसी बड़े बदलाव के, कुछ मामूली समायोजन करके सिद्धू को शांत करना और उन्हें पार्टी में बनाए रखना चाहती है.

सूत्रों के अनुसार, अमरिंदर सिंह सिद्धू को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने के खिलाफ हैं, लेकिन उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल करने के लिए तैयार हैं. पिछले हफ्ते कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश रावत और पूर्व सांसद जे. पी. अग्रवाल की अध्यक्षता वाली समिति ने पार्टी के सभी हितधारकों से मुलाकात की थी. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी तीन सदस्यीय कांग्रेस पैनल से मुलाकात की थी.