logo-image

अखिलेश को बड़ा झटका, राष्ट्रपति उम्मीदवार मुर्मू के डिनर पार्टी में शामिल हुए शिवपाल और राजभर

ओपी राजभर ने पिछले एक-दो दिनों में इस बात के भरपूर संकेत दिए हैं कि सपा (SP) और सुभासपा का गठबंधन टूटने वाला है.

Updated on: 08 Jul 2022, 09:20 PM

लखनऊ:

लखनऊ में एक बार फिर से सियासी हलचल तेज हो गई है. आज लोक भवन में एनडीए के नेताओं के साथ राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (draupadi murmu)  मुख्यमंत्री आवास पहुंचीं, जहां पर मुर्मू के सम्मान में रात्रि भोज (Dinner Party) का आयोजन किया गया है. योगी (CM Yogi) के डिनर में राजभर (OP Rajbhar) और शिवपाल यादव (Shivpal Yadav)  के अलावा रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया (Raghuraj pratap singh) भी पहुंचे हैं. ओपी राजभर ने पिछले एक-दो दिनों में इस बात के भरपूर संकेत दिए हैं कि सपा (SP) और सुभासपा का गठबंधन टूटने वाला है. एक बार फिर से समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) और राष्ट्रपति चुनाव (President Election) में विपक्ष के कैंडिडेट यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (Suheldev Bhartiya samaj party) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने तगड़ा झटका दे दिया है.

यह भी पढ़ें : कुपोषण के मामले में सुधार, खाद्य उत्पादन में भारत अव्वल- UN की रिपोर्ट

राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के सम्मान में आयोजित डिनर में ओपी राजभर, शिवपाल यादव और राजा भइया भी पहुंचे हुए है, इसको देखने के बाद ये कहा जाने लगा है कि ओम प्रकाश राजभर की बीजेपी से निकटता बढ़ी है, ओपी राजभर बीजेपी प्रत्याशी के समर्थन में आ गए हैं, अखिलेश यादव से राजभर का गठबंधन टूटा.जिसके बाद कई कयास लगाए जाने लगे हैं.इस आयोजन में सरकार के विशिष्ट लोगों को आमंत्रित किया गया है. अपना दल,निषाद पार्टी को भी रात्रि भोज में आमंत्रित किया गया है. ओपी राजभर इसी साल उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले सपा गठबंधन के साथ हाथ मिलाया था.इससे पहले जब एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू लखनऊ पहुंची तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया. वहीं डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और केशव मौर्या ने भी मुर्मू का स्वागत किया. गौरतलब है कि विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा कल लखनऊ में बैठक की थी जहां पर ओपी राजभर को नहीं बुलाया गया जिसको लेकर राजभर ने अखिलेश पर निशाना भी साधा था.