MP ATS Case: मध्य प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते यानी एमपी एटीएस की कस्टडी में युवक की संदिग्ध मौत के मामले में बड़ा एक्शन देखने को मिला है. एटीएस की टीम के 9 सदस्यों को सस्पेंड कर दिया गया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एडीजी इंटेलिजेंस योगेश देशमुख ने एटीएस टीम के 9 सदस्यों के खिलाफ यह कार्रवाई की है. बताया जा रहा है कि इनमें टीम को लीड करने वाले इंस्पेक्टर भी शामिल हैं, जिनपर ये गाज गिरी है. इसके अलावा आईजी लॉ एंड आर्डर पूरे मामले की तफ्तीश करने में जुटे हैं. पूरी पड़ताल के बाद ही खुलासा हो सकेगा कि इस घटना में किसकी लापरवाही है और कौन जिम्मेदार है.
ये है पूरा मामला
दरअसल, साइबर क्राइम के कथित तौर पर आतंकी फंडिंग से जुड़े मामले को लेकर मध्य प्रदेश एटीएस हरियाणा पहुंची थी. एटीएस टीम ने सोहना में 23 साल के युवक को गुरुग्राम के एक होटल में कस्टडी में रखा था. लेकिन उस युवक की होटल की तीसरी मंजिल के कमरे की बालकनी से गिरकर मौत हो गई.
अदालत में होना था पेश
मीडिया एजेंसी के अनुसार हरियाणा पुलिस ने बताया कि बिहार के रहने वाले हिमांशु कुमार को मंगलवार को मध्य प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते ने अपनी गिरफ्तार किया. उसे गुरुग्राम के होटल में रखा गया था, उसके बाद उसे मध्य प्रदेश ले जाने के लिए ट्रांजिट रिमांड की मांग करने के लिए अदालत में पेश किया जाना था.
स्थानीय पुलिस को नहीं किया था सूचित
पुलिस ने आगे कहा कि आरोपी कुमार ने होटल में रहने के दौरान मध्य प्रदेश के पुलिसकर्मियों से टायॅलेट जाने की अनुमति मांगी, लेकिन उसने केबल का इस्तेमाल वह बालकनी से भागने की कोशिश करने लगा. इस प्रयास में वह तीसरी मंजिल के कमरे की बालकनी से गिर पड़ा. इसके बाद उसे गंभीर हालत में स्थानीय अस्पताल पहुंचाया, जहां उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. सोहना के सहायक पुलिस आयुक्त अभिलक्ष जोशी ने बताया कि मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं. इधर, हरियाणा पुलिस का आरोप है कि मध्य प्रदेश पुलिस ने गुरुग्राम में कार्रवाई करने से पहले स्थानीय पुलिस को किसी भी तरह की सूचना नहीं दी थी.
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