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UP Police recruitment( Photo Credit : social media)
यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक को लेकर एसटीएफ (STF) ने बड़ी कार्रवाई की है. उसने बलिया के रहने वाले नीरज यादव को धर दबोचा है. नीरज यादव ने सोशल मीडिया व्हाट्सएप (Whatsapp) की सहायता से सभी सवालों के उत्तर को शेयर किया था. एसटीएफ को एक और आरोपी की तलाश है. ये मथुरा का निवासी है. आपको बता दें कि बीते शनिवार को सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने एक ट्वीट के जरिए पेपर लीक को लेकर कड़ी जांच कराने की बात कही थी. सीएम योगी ने अपने ट्वीट में कहा था कि आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर चयन को लेकर आयोजित परीक्षा-2023 को निरस्त करने तथा आगामी छह माह के अंदर दोबारा परीक्षा कराने निर्देश दिए हैं.
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परीक्षाओं की शुचिता से किसी तरह का कोई समझौता नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि युवाओं की मेहनत से किसी तरह का खिलवाड़ करने वाले किसी भी दशा में छोड़े नहीं जाएंगे. ऐसे अराजक तत्वों पर कठोर कार्रवाई होगी.
जांच कमेटी का गठन किया गया
पुलिस भर्ती परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने के विरोध में प्रतियोगी छात्रों का आंदोलन प्रयागराज शुक्रवार को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के एंट्रेंस गेट पर जारी रहा. आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती मामले को लेकर जांच कमेटी का गठन किया गया है. ये जांच कमेटी जल्द अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.
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करीब 1500 शिकायतें अभ्यर्थियों की ओर से
एडीजी रैंक के अफसर इस जांच कमेटी की अगुवाई करने वाले हैं. भर्ती बोर्ड के पास अब तक करीब 1500 शिकायतें अभ्यर्थियों की ओर से e mail के जरिए भेजी गई है. इंटरनल समिति इन्हीं शिकायतों की जांच करके पता लगाने वाली हे कि वाकई परीक्षा से पहले पेपर लीक हुआ था की नहीं? ज्यादातर उम्मीदवार री एग्जामिनेशन की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. परीक्षा को लेकर उम्मीदवार बीते काफी समय से इंतजार कर रहे थे. करीब 60 हजार पदों पर भर्तियां होनी थी. पेपर लीक होने के कारण उम्मीदवार काफी परेशान हैं.
Source : News Nation Bureau