Gorakhpur Road Accident: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में भयानक हादसा हो गया. यहां एनएचएआई और स्थानीय पुलिस की लापरवाही एक बार फिर एक कीमती जान पर भारी पड़ी. रविवार दोपहर करीब ढाई बजे गोरखपुर से लखनऊ की ओर जा रही एक प्राइवेट एंबुलेंस हड़िया ओवरब्रिज पर पहले से खड़े एक दुर्घटनाग्रस्त ट्रेलर से जा टकराई. हादसा इतना भीषण था कि एंबुलेंस चालक की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई.
ये है पूरा मामला
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो यहां एंबुलेंस चालक की पहचान सुल्तानपुर जिले के थाना जयसिंहपुर अंतर्गत वारसूमा नत्थईपुर गांव निवासी जितेन्द्र गोस्वामी (पुत्र राजदेव गोस्वामी) के रूप में हुई है. एंबुलेंस जैसे ही हड़िया ओवरब्रिज पर पहुंची, तभी वहां पहले से खड़े एक सरिया लदे ट्रेलर से उसकी टक्कर हो गई. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रेलर में लदे सरिए सीधे जितेंद्र के शरीर में घुस गए.
बताया जा रहा है कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी, लेकिन हड़िया चौकी प्रभारी ज्ञानप्रताप सिंह द्वारा उसे जिला अस्पताल भिजवाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
21 मई को हुआ था हादसा
बता दें कि जिस ट्रेलर से एंबुलेंस की टक्कर हुई, वह पहले ही एक हादसे का शिकार हो चुका था. यह हादसा 21 मई की रात हुआ था, जब गोरखपुर-लखनऊ लेन पर एक ट्रक, ट्रेलर से टकरा गया था. उस समय ट्रक चालक, 50 वर्षीय राजपाल (निवासी बिल्हौर, थाना सिऊरा, जिला कानपुर) की मौके पर ही मौत हो गई थी.
सामने आई इनकी लापरवाही
इस हादसे के बाद एनएचएआई और पुलिस की लापरवाही सामने आई. ट्रेलर और ट्रक को सड़क से हटाने की बजाय बीच डिवाइडर के किनारे खड़ा कर दिया गया. इससे रास्ते में खतरा बना रहा, जिसका नतीजा ये निकला कि रविवार को एक निर्दोष एंबुलेंस चालक को अपनी जान गंवानी पड़ गई.
यह भी पढ़ें: Chhattisgarh Road Accident: खड़े ट्रक से टकराई कार, एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत, 3 घायल
यह भी पढ़ें: Road Accident: उत्तर प्रदेश में इस साल अब तक हुईं 13 हजार से ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं, 7700 से ज्यादा लोगों की गई जान