पीएम मोदी 23 फरवरी को बनास डेरी का शुभारंभ करेंगे ऐसे में वहां पर बनारसी मिठाइयों को भी खास तैयार किया जा रहा है बनारसी लाल पेडा और लौंगलता जो कि पूरे देश में मशहूर है. अब इस स्वाद देश के साथ विदेश में लोग भी ले पाएंगे. इस खास तकनीक से तैयार किया जा रहा है. यहां पर देखें रिपोर्ट. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में नवनिर्मित बनास काशी संकुल का लोकार्पण करेंगे जो पूर्वांचल के लिए सहकार से समृद्धि की ओर एक बड़ा कदम होने वाला है. बनास काशी संकुल में न सिर्फ दूध प्रोसेसिंग किया जाएगा बल्कि दूध में से यहां की प्रसिद्ध मिठाइयां जैसे की लाल पेड़ा और लौंगलत्ता भी तैयार की जाएगी. ये अमूल के ब्रांड से बाजार में उपलब्ध होंगी. इससे बनारस की इन मिठाइयों को राष्ट्रीय पहचान मिल सकेगी.
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पारंपरिक भारतीय मिठाइयों के लिए निर्माण की अत्याधुनिक सुविधा
बनास डेरी ने बनास काशी संकुल में प्रतिदिन 10 हजार किलोग्राम क्षमता की पारंपरिक भारतीय मिठाइयों के लिए निर्माण की अत्याधुनिक सुविधा स्थापित की है. इस संयंत्र में विभिन्न मिठाइयां जैसे लाल पेड़ा, लौंगलता, बेसन के लड्डू, मोतीचूर के लड्डू, रसमलाई, रबड़ी, काजू कतली, मिल्क केक, रसगुल्ला और गुलाबजामुन को बनाया जाएगा. इन सभी मिठाइयों का निर्माण खास स्वचालित उपकरणों और स्वच्छ वातावरण में किया जाएगा. इस तरह से मिठाई की गुणवत्ता, शेल लाइफ और पारंपरिक स्वाद को बेहतर किया जाएगा.
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सिंगल सर्व पैकिंग की शुरुआत इस प्लांट हो रही है
कई तरह की मिठाइयों की पैकिंग उपभोक्ता की आवश्यकता के अनुसार, विभिन्न SKU में की जाएगी. मिठाइयों की ताजगी, शेल लाइफ और उपभोक्ताओं की सुविधा बढ़ाने के लिए लालपेड़ा, लड्डू, लौंगलता और काजू कतली के लिए सिंगल सर्व पैकिंग की शुरुआत इस प्लांट हो रही है. वाराणसी की मशहूर मिठाइयों को अमूल ब्रांड के तहत राष्ट्रीय बाजारों तक पहुंचाया जाऐगा. बनारस की मशहूर लाल पेडा और लॉन्ग लता को इस तरह से इस प्लांट में तैयार किया जा रहा है ताकि 45 दिनों तक ये खराब न हो सके. ये देश विदेश तक अपनी पहुंच बना सके.
Source : News Nation Bureau