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PM मोदी सात मार्च को संदेशखाली का कर सकते हैं दौरा, महिलाओं का प्रदर्शन जारी

PM Visit to Sandeshkhali: राष्ट्रपति शासन की मांग करते हुए महिलाएं लगातार प्रदर्शन कर रही हैं. महिलाएं राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग के विरोध में मार्च कर रही हैं.

Updated on: 19 Feb 2024, 07:15 PM

नई दिल्ली:

PM Visit to Sandeshkhali: पश्चिम बंगाल में संदेशखाली (Sandeshkhali) मामले को लेकर राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहे हैं. बंगाल की पूरी सियासत महिलाओं के आरोपों के आसपास घूम रही है. संदेशखाली की महिलाओं ने शांति बहाल करने को लेकर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की गई है. ऐसे में खबर सामने आ रही है कि पीएम मोदी सात मार्च को संदेशखाली जाकर पीड़ितों से मिल सकते हैं. राष्ट्रपति शासन की मांग करते हुए महिलाएं लगातार प्रदर्शन कर रही हैं. महिलाएं राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग के विरोध में मार्च कर रही हैं. इस दौरान नारेबाजी ज्यादा देखी जा रही है. 

महिलाओं के बयान सामने आए हैं कि उनका अब ममता सरकार पर किसी तरह का कोई विश्वास नहीं रहा है. दूसरी ओर भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी का कहना है कि पीएम मोदी के बंगाल जाकर संदेशखाली पीड़ितों से मुलाकात करने की संभावना है. राष्ट्रीय महिला आयोग भी ममता सरकार के विरोध में खड़ी हो गई है. 

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महिलाओं के उत्पीड़न का आरोप लगा

संदेशखाली में टीएमसी के एक नेता शाहजहां शेख और उसके सहयोगियों पर महिलाओं के उत्पीड़न का आरोप लगा है. इसके बाद से यहां पर सियासत गरमाई हुई है. ऐसे में राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष रेखा शर्मा का कहना है कि आयोग को संदेशखाली से दो रेप के मामलों को लेकर सूचना मिली है. रेप के आरोपों के साथ हमारी टीम को ग्रामीणों से कई अन्य शिकायतें भी प्राप्त हुई हैं. यहां पर गांव की महिलाएं भयभीत हैं. रेखा शर्मा के अनुसार, आयोग राष्ट्रपति के समक्ष रिपोर्ट सामने लगाएगा. हम प्रदेश में राष्ट्रपति शासन की डिमांड कर रहे हैं. 

पीएम जल्द संदेशखाली जाने वाले हैं

सुवेंदु अधिकारी मंगलवार को संदेशखाली जाने वाले हैं. इस बीच कलकत्ता हाईकोर्ट ने भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी को विशेष सुरक्षा में संदेशखाली जाने की इजाजत दे दी है. सुवेंदु चार से पांच विधायकों के साथ संदेशखाली के लिए रवाना होने वाले हैं. इस बीच सुवेंदु ने कहा कि पीएम जल्द संदेशखाली जाने वाले हैं. इसे लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएम) तारीख तय करने वाला है. आपको बता दें कि संदेशखाली में प्रशासन ने धारा 144 लगाई है. इसके साथ ही हाईकोर्ट ने सुवेंदु को वहां किसी भी तरह के भड़काऊ भाषण न देने का निर्देश दिया है. 

जाने क्या है पूरा मामला? 

यहां की महिलाओं ने बीते कुछ दिनों से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता शाहजहां शेख और उसके सहयोगियों के अत्याचार के खिलाफ मोर्चा खोला है. महिलाओं ने शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर अत्याचार करने, यौन उत्पीड़न करने और जमीन कब्जाने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं. आरोप लगाने वालों में एक महिला का कहना है कि टीएमसी के लोग गांव में घर-घर जाकर जांच करते हैं और इस दौरान अगर घर में कोई सुंदर महिला या लड़की दिखती है तो टीएमसी नेता शाहजहां शेख के लोग उसे अगवा कर ले जाते थे. इसके बाद पूरी रात अपने साथ पार्टी दफ्तर, अन्य जगहों पर रखा जाता है. अगले दिन यौन उत्पीड़न करने के बाद उसे उसके घर या घर के सामने छोड़ जाते थे. इस मामले में जैसे ही मामला राज्यपाल के सामने आया वे खुद संदेशखाली पहुंचे. बाद में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि संदेशखाली में जो हुआ वो होश उड़ा देने वाला था.