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बेसिक शिक्षा विभाग ने बताया सच
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UP School: यूपी के 27 हजार से अधिक सरकारी विद्यालयों को बंद करने की खबर पर बेसिक शिक्षा विभाग ने जवाब दिया है. बेसिक शिक्षा विभाग ने इन खबरों को महज अफवाह बताया गया है.
बेसिक शिक्षा विभाग ने बताया सच
UP School: उत्तर प्रदेश के 27 हजार से अधिक सरकारी विद्यालयों को बंद करने की खबर ने खलबली मचा कर रख दी. इस खबर के सामने आते ही शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया. वहीं, अब बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से इस खबर का खंडन किया गया है और तमाम अफवाहों पर विराम लगा दिया गया है.
बेसिक शिक्षा विभाग ने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा कि 'कतिपय समाचार माध्यमों में प्रकाशित खबर जिसमे 27000 प्राथमिक विद्यालयों को निकटवर्ती विद्यालयों में विलय करते हुए बंद करने की बात की गई है बिल्कुल भ्रामक एवं निराधार है. किसी भी विद्यालय को बंद किए जाने की कोई प्रक्रिया गतिमान नहीं है.
कतिपय समाचार माध्यमों में प्रकाशित खबर जिसमे २७००० प्राथमिक विद्यालयों को निकटवर्ती विद्यालयों में विलय करते हुए बंद करने की बात की गई है बिल्कुल भ्रामक एवं निराधार है.
— Department Of Basic Education Uttar Pradesh (@basicshiksha_up) November 4, 2024
किसी भी विद्यालय को बंद किए जाने की कोई प्रक्रिया गतिमान नहीं है ।
प्रदेश का प्राथमिक शिक्षा विभाग विद्यालयों में मानव संसाधन और आधारभूत सुविधाओं के विकास, शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर करने तथा छात्रों, विशेषकर बालिकाओ के, ड्राप आउट दर को कम करने के लिए सतत प्रयत्नशील है. इस दृष्टि से समय-समय पर विभिन्न अध्ययन किए जाते हैं.'
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बता दें कि इस खबर के सामने आते ही कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी सरकार के खिलाफ जुबानी हमला बोला और एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा कि 'उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने 27,764 प्राइमरी और जूनियर स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया है. यह कदम शिक्षा क्षेत्र के साथ-साथ दलित, पिछड़े, गरीब और वंचित तबकों के बच्चों के खिलाफ है। यूपीए सरकार शिक्षा का अधिकार कानून लाई थी जिसके तहत व्यवस्था की गई थी कि हर एक किलोमीटर की परिधि में एक प्राइमरी विद्यालय हो ताकि हर तबके के बच्चों के लिए स्कूल सुलभ हो.कल्याणकारी नीतियों और योजनाओं का मकसद मुनाफा कमाना नहीं बल्कि जनता का कल्याण करना है। भाजपा नहीं चाहती कि कमजोर तबके के बच्चों के लिए शिक्षा सुलभ हो.'
दरअसल, जून महीने में शिक्षा विभाग की तरफ से बेसिक शिक्षा अधिकारी को एक लेटर लिखकर आंकड़ा पेश किया गया था. इन आंकड़ों के मुताबिक यूपी में 27931 परिषदीय स्कूल हैं, जिनमें 50 से कम नामांकित छात्र हैं. इसमें 22016 प्राथमिक विद्यालय, 5352 उच्च प्राथमिक विद्यालय और 563 कंपोजिट विद्यालय की पहचान की गई थी. तब से ही इस तरह की खबरें लगातार सामने आ रही थी कि यूपी सरकार 27000 विद्यालयों को बंद कर सकती है.