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उत्तर प्रदेश में 30 अप्रैल तक बंद रहेंगे स्कूल और कोचिंग सेंटर, योगी सरकार का फैसला

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में कक्षा 1 से 12वीं तक के सभी स्कूलों को 30 अप्रैल तक बंद करने का आदेश दिया है. इसके साथ ही कोचिंग सेंटर्स को भी बंद करने को कहा है.

Updated on: 11 Apr 2021, 04:57 PM

highlights

  • यूपी में कहर बरपा रहा कोरोना वायरस
  • एहतियातन सभी स्कूल 30 अप्रैल तक बंद
  • समीक्षा बैठक में CM योगी ने लिया फैसला

लखनऊ:

वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर ने उत्तर प्रदेश में विकराल रूप धारण कर लिया है. कोविड के फिर से जबरदस्त अटैक के बाद राज्य में बंदिशों बढ़ती जा रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में कक्षा 1 से 12वीं तक के सभी स्कूलों को 30 अप्रैल तक बंद करने का आदेश दिया है. इसके साथ ही कोचिंग सेंटर्स को भी बंद करने को कहा है. मुख्यमंत्री के आदेश के तहत, इस अवधि में पूर्व निर्धारित परीक्षाएं हो सकती हैं. आवश्यकता के अनुरूप शिक्षक व अन्य स्टाफ की उपस्थिति हो सकती है.

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कोविड पर टीम-11 के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान सीएम योगी ने आदेश दिया कि प्रदेश में कक्षा 1 से 12वीं तक के सभी सरकारी/गैर सरकारी विद्यालयों में 30 अप्रैल तक पठन-पाठन स्थगित रखा जाए. कोचिंग सेंटर भी बंद रहें. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि जिन जिलों में प्रतिदिन 100 से अधिक केस मिल रहे हैं, अथवा जहां कुल एक्टिव केस की संख्या 500 से अधिक है, वहां रात्रि 9 बजे से सुबह 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू लगाया जाए. उन्होंने कंटेनमेंट जोन की व्यवस्था को सख्ती से लागू करने का भी निर्देश दिया है.

मुख्यमंत्री ने अपने आदेश में कहा कि कोरोना पर प्रभावी रोकथाम के लिए टेस्ट, ट्रेस और ट्रीट के मंत्र को आत्मसात कर कार्य किया जाना चाहिए. प्रतिदिन न्यूनतम एक लाख आरटीपीसीआर टेस्ट किए जाएं. सभी सरकारी तथा निजी टेस्टिंग लैब पूरी क्षमता के साथ कार्य करें. टेस्टिंग में देरी स्वीकार्य नहीं है. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड चिकित्सालयों में चिकित्सा कर्मियों, औषधियों, मेडिकल उपकरणों तथा बैकअप सहित ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखी जाए. लेवल-2 और लेवल-3 के बेड्स बढ़ाए जाएं. किसी प्रकार की जरूरत पर तत्काल शासन को अवगत कराएं, पूरी मदद मिलेगी.

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उन्होंने आदेश दिया कि कोविड मरीजों के आवागमन के लिए एम्बुलेंस हर समय उपलब्ध रहें. कोविड और नॉन कोविड मरीजों के लिए अलग-अलग एम्बुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. उन्होंने कहा कि एम्बुलेंस का रिस्पॉन्स टाइम न्यूनतम रखा जाए. सभी सरकारी व निजी चिकित्सा संस्थानों के एम्बुलेंसों को कोविड मरीजों के उपयोग में लाया जाए. अपने आदेश में सीएम ने कहा कि सभी विभागों के कार्मिकों को आवश्यकतानुसार कोविड प्रबंधन के कार्य से जोड़ें. अतिरिक्त मानव संसाधन के लिए भी स्वीकृति दी गई है. एनएसएस, एनसीसी तथा सिविल डिफेंस की सेवाएं ली जानी चाहिए.

सीएम योगी ने कहा कि सभी जनपदों में पीपीई किट, पल्स ऑक्सीमीटर, इंफ्रारेड थरमामीटर, सैनिटाइजर, एंटीजन किट सहित सभी आवश्यक लॉजिस्टिक की पर्याप्त व्यवस्था की जाए. किसी भी जनपद से लॉजिस्टिक के अभाव की शिकायत नहीं आनी चाहिए. जरूरत हो तो तत्काल शासन को अवगत कराएं, पूरी मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि सभी कार्यालयों/औद्योगिक इकाइयों में कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए. कोविड हेल्प डेस्क सक्रिय रहें. मतदान कर्मियों, पुलिस कर्मियों और चिकित्सा कर्मियों की सुविधा और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाए. मास्क और सैनिटाइजेशन के प्रति लोगों को सतत जागरूक किया जाए.

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योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया कि निगरानी समितियों और इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की उपयोगिता बढ़ाई जाए. पब्लिक एड्रेस सिस्टम का अधिकाधिक प्रयोग किया जाए. मास्क न लगाने वाले लोगों पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रदेश में एचएफएनसी और वेंटिलेटर की पर्याप्त उपलब्धता है. बदलती परिस्थितियों की लगातार समीक्षा करते हुए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त प्रबंध किए जाएं. सीएम ने कहा कि आने वाले दिन हमारे लिए चुनौतीपूर्ण होंगे. हमें इसका सफलतापूर्वक सामना करना है. कोविड-19 के खिलाफ जारी इस पिछले वर्ष उत्तर प्रदेश के सभी जिलों ने कोविड प्रबंधन का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया था, इस बार भी हम टीम वर्क से इस लड़ाई को जरूर जीतेंगे.