अलीगढ़ पलायन मामला : नूरपुर में अब भी विशेष समुदाय के कृत्यों से ग्रामीण भय में, घर छोड़ने को तैयार

नूरपुर गांव में करीब 100 से 125 हिंदू परिवार पलायन करने को मजबूर हैं. ये लोग एक विशेष समुदाय के कृत्यों से भयभीत हैं. गांव में आज भी सन्नाटा है.

नूरपुर गांव में करीब 100 से 125 हिंदू परिवार पलायन करने को मजबूर हैं. ये लोग एक विशेष समुदाय के कृत्यों से भयभीत हैं. गांव में आज भी सन्नाटा है.

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Dalchand Kumar
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नूरपुर पलायन मामला : अब भी विशेष समुदाय की दबंगई से ग्रामीण भय में( Photo Credit : News Nation)

उत्तर प्रदेश के शामली के कैराना के बाद अब अलीगढ़ के टप्पल थाना क्षेत्र के नूरपुर गांव में धर्म विशेष के लोगों के उत्पीड़न से हिंदुओं के पलायन का मामला तूल पकड़ने लगा है. नूरपुर गांव में करीब 100 से 125 हिंदू परिवार पलायन करने को मजबूर हैं. बीते दिनों यह मामला तब सामने आया था, जब हिंदु समुदाय के लोगों ने अपने घरों पर 'मकान बिकाऊ है' लिखकर प्रदर्शन किया. हिंदू परिवारों ने अपने दरवाजों पर 'मकान बिकाऊ है' लिखकर सनसनी फैला दी. ये लोग एक विशेष समुदाय के कृत्यों से भयभीत हैं. गांव में आज भी सन्नाटा है.

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इस मामले में पुलिस ने मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों के खिलाफ मुकदमा लिख लिया है और एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी कर लिया गया है, लेकिन ग्रामीण इससे संतुष्ट नहीं है. हिंदु समुदाय के लोगों का साफ कहना है कि इससे पहले भी आश्वासन मिला था, मगर हर बार उनकी बारातों पर हमले हुए. अब हम कैसे मान लें कि आगे ऐसा नहीं होगा. फिलहाल प्रशासन ने सुरक्षा की बात कही है. फिलहाल गांव में पुलिस की मौजूदगी है तो सोमवार सुबह से ही यहां मीडिया का जमावड़ा लगा हुआ है. इस मामले में टप्पल थानाध्यक्ष को लापरवाही बरतने को लेकर सस्पेंड किया जा चुका है.

दरअसल, टप्पल थाना क्षेत्र के नूरपुर गांव में 26 मई को एक अनुसूचित जाति के ओमप्रकाश की बेटियों की शादी थी. आरोप है कि इस दौरान दूसरे समुदाय के कुछ लोगों ने बारात को चढ़ाने से रोका. बारातियों के साथ मारपीट कर दी. आरोप है कि बारात चढ़त के साथ लड़की के घर आ रही थी. मुख्य मार्ग पर मस्जिद के पास विशेष समुदाय के कुछ लोगों ने इसका विरोध किया. भीड़ ने बारातियों और गांव के हिंदुओं पर लाठी, डंडे और रॉड से हमला कर दिया. हिंदू पक्ष का आरोप है कि इस तरह दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा लगातार परेशान किया जा रहा है. जिसके बाद हिंदू पक्ष के परिवारों ने अपने मकान की दीवारों पर 'मकान बिकाऊ है' लिखवा दिया.

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जैसे ही मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया. नूरपुर गांव में समुदाय विशेष के लोगों द्वारा बारात चढ़ने से रोकने पर नाराज करीब 100 से 125 हिंदू परिवार पलायन करने को मजबूर हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ समय से हिंदू परिवार की बारात में समुदाय विशेष के लोगों द्वारा मारपीट व लूटपाट की घटनाएं सामने आ रही हैं. मामले में हिंदू परिवार के एक व्यक्ति की तहरीर पर 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया. इस मामले के संज्ञान में आने के बाद हिंदु ग्रामीणों से मिलने सांसद अलीगढ़ सतीश गौतम भी पहुंचे और ग्रामीणों से पंचायत कर उन्हें आश्वासन दिया कि योगी राज में कोई इस तरह का कृत्य करेगा तो उस पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी.

उधर, साधु-संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने कड़ी नाराजगी जताई है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि जहां पर मुस्लिम बहुसंख्यक हो जाते हैं, वहां हिंदुओं का रहना मुश्किल हो जाता है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि मुस्लिम ऐसा न करें. नहीं तो उन्हें ऐसा कृत्य करना भारी पड़ेगा. महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि नूरपुर गांव के दलित परिवार भी हिंदुओं के ही अंग है. अगर उनके साथ अन्याय और अत्याचार होगा तो संत समाज इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगा. महंत नरेंद्र गिरी ने सीएम योगी से मांग की है कि जिन लोगों ने ऐसा घृणित कार्य किया है उनके खिलाफ जांच कराकर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए.

HIGHLIGHTS

  • अलीगढ़ पलायन मामले ने पकड़ा तूल
  • पलायन को मजबूर करीब 125 हिंदू परिवार
  • नूरपुर गांव में अब भी हिंदु समुदाय में भय
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