/newsnation/media/post_attachments/images/2022/03/26/akhilesh-yadav-69.jpg)
अखिलेश यादव, पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश( Photo Credit : TWITTER HANDLE)
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को सपा विधानमंडल का नेता चुना गया है.इसके साथ तय हो गया है कि वह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष होंगे.उन्होंने करहल विधानसभा सीट से चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी.इसके बाद उन्होंने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया.उन्होंने कहा था कि वह विधानसभा में यूपी की जनता के मुद्दे उठाएंगे. शनिवार को लखनऊ में हुए विधायक दल की बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि नवनिर्वाचित विधायकों और विधान परिषद सदस्यों की बैठक हुई.
Akhilesh Yadav elected as Leader of Opposition in UP Assembly
— ANI Digital (@ani_digital) March 26, 2022
Read @ANI Story | https://t.co/bTKPToDKsy#AkhileshYadavpic.twitter.com/0jeKXm9Qs9
बैठक में अखिलेश यादव को विधायक दल का नेता चुना गया है. विधान मंडल दल का नेता अखिलेश यादव ही रहेंगे.सपा के नेताओं ने अखिलेश यादव का स्वागत अभिनंदन किया. विधायक दल के नेता का प्रस्ताव अवधेश प्रसाद ने रखा, जिसका अनुमोदन आलम बदी ने किया.विधान मंडल दल का प्रस्ताव लालजी वर्मा ने किया जिसका अनुमोदन राजेन्द्र चौधरी ने किया.
यह भी पढ़ें: अंतर्कलह-पलायन-पराजय से जूझती कांग्रेस, चुनावी राज्यों के लिए क्या है तैयारी
पी विधानसभा में समाजवादी पार्टी को इस बार 111 विधानसभा सीटों पर जीत मिली है.विधानसभा में सपा दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है.ऐसे में सपा विधायक दल की बैठक पर हर किसी की निगाहें जमी हुई थी.हालांकि, आजमगढ़ लोकसभा सीट की सदस्यता छोड़ने के बाद माना जा रहा था कि अखिलेश यादव ही नेता विपक्ष होंगे.शनिवार को सपा विधायक दल की बैठक में इस पर मुहर लगा दी गई.
विधायक दल की बैठक के बारे में शिवपाल को नहीं बुलाया गया
सपा विधानमंडल दल की बैठक में शिवपाल सिंह यादव को नहीं बुलाया गया जिससे वह नाराज हो गए.उन्होंने कहा कि मैं पिछले दो दिनों से अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर इस बैठक के लिए लखनऊ में था पर मुझे इसकी सूचना तक नहीं दी.मैं सपा का विधायक हूं.अब मैं इटावा जाऊंगा.मैं आगे क्या करने वाला हूं इसकी सूचना जल्द ही दे दी जाएगी.
शिवपाल यादव ने कहा कि सभी विधायकों को फोन कर बैठक में बुलाया गया लेकिन मुझे पार्टी कार्यालय से कोई सूचना नहीं दी.मैं अब लखनऊ से सीधे इटावा जा रहा हूं.जब मुझे कोई सूचना नहीं दी गई तो मैं बैठक में नहीं जाऊंगा.मैंने समाजवादी पार्टी का प्रचार किया.कुछ जगहों पर मुझे नहीं कहा गया उसके बावजूद मैंने प्रचार किया.उन्होंने कहा कि मुझे कुछ नहीं कहना है अभी कोई फैसला नहीं ले रहा हूं.मैं समाजवादी पार्टी की तरफ से विधायक हूं.
शिवपाल यादव को न बुलाए जाने पर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आज सपा के विधायकों को बुलाया गया है.सहयोगी दलों को 28 मार्च को बुलाया जाएगा जिसमें शिवपाल सिंह यादव, पल्लवी पटेल और ओमप्रकाश राजभर सभी शामिल होंगे.
योगी सरकार के समक्ष पेश करेंगे मुश्किलें
विपक्ष के नेता के रूप में अब अखिलेश यादव प्रदेश की योगी सरकार के समक्ष मुश्किलें खड़ी करेंगे.भाजपा की ओर से किए गए दावों को लेकर वे अब सदन से लेकर सड़क तक सवाल उठाते दिखाई देंगे.ऐसे में दबाव सरकार पर बढ़ेगा.भाजपा ने कई प्रकार की घोषणाएं की हैं.चुनावी घोषणाओं को लागू कराए जाने के मसले पर अब समाजवादी पार्टी की ओर से सवाल होंगे.इसके अलावा अखिलेश यादव प्रादेशिक मुद्दों पर भी सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.