logo-image

विकास दूबे की तर्ज पर अब कासगंज कांड के मुख्य आरोपी का पुलिस ने किया एनकाउंटर

कानपुर के बिकरू कांड की तरह बीते दिनों कासगंज में हुए पुलिस टीम पर हमले के मामले में मुख्य आरोपी मोती सिंह मारा गया है.

Updated on: 21 Feb 2021, 07:49 AM

highlights

  • विकास दूबे की तर्ज पर अब कासगंज में एनकाउंटर
  • कासगंज कांड के मुख्य आरोपी का एनकाउंटर
  • कासगंज में आरोपियों ने की थी पुलिसकर्मी की हत्या

कासगंज:

कानपुर के बिकरू कांड की तरह बीते दिनों कासगंज में हुए पुलिस टीम पर हमले के मामले में मुख्य आरोपी मोती सिंह मारा गया है. योगी की पुलिस ने कानपुर कांड के आरोपी विकास दूबे की तर्ज पर ही कासगंज कांड के मुख्य आरोपी का एनकाउंटर कर दिया है. मुख्य आरोपी मोती सिंह इस मामले में फरार चल रहा था. उस पर पुलिस ने एक लाख का इनाम भी घोषित किया था. आज तड़के पुलिस और मुख्य आरोपी मोती के बीच मुठभेड़ हुई. इस दौरान मोती घायल हो गया. हालांकि बाद में उसकी मौत हो गई. बताया जा रहा है कि पुलिस ने मोती के पास से दरोगा की गायब पिस्टल भी की बरामद की है.

यह भी पढ़ें : प्रतापगढ़ में 3 दिन पूर्व गायब लड़की का नहीं लगा कोई सुराग

इससे पहले इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए घटना की सुबह मुख्य आरोपी मोती धीमर के भाई को मुठभेड़ में ढेर कर दिया था और उसके मौसेरे भाई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. उसके बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी की मां को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. घटना के 8 दिन बाद पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान दो अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.

उल्लेखनीय है कि 9 फरवरी को शराब माफिया मोती ने अपने साथियों के साथ मिलकर छापा मारने आई पुलिस टीम पर हमला किया था. कथित रूप से शराब तस्करी गतिविधियों पर मोती नाम के एक हिस्ट्रीशीटर को संपत्ति की कुर्की के लिए दो पुलिसकर्मी कानूनी नोटिस देने गए थे, जब उनके सहयोगियों द्वारा घात लगाकर हमला किया गया, लाठी और अन्य हथियारों से हमला किया गया और बंधक बना लिया गया. इस दौरान आरोपियों ने सिपाही देवेंद्र की पीट पीट कर हत्या दी थी.

यह भी पढ़ें : किसान आंदोलन LIVE : 2 अक्टूबर तक आंदोलन पर किसान नेताओं में नहीं एक राय 

कासगंज के थाना सिढ़पुरा क्षेत्र के नगला धीमर में पुलिस टीम पर हमला हुआ था. इस हमले एसआई भी घायल हुए थे. घटना के बाद एसटीएफ की पांच टीमों समेत पुलिस और एसओजी की कुल 12 टीमें गठित की गई थीं. खुद सीएम योगी और डीजीपी अवस्थी घटना की मॉनिटरिंग कर रहे थे. घटना के 12 दिन बाद पुलिस टीम को मुखबिर की सूचना पर यह बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. उल्लेखनीय है कि कानपुर के बिकरू गांव में भी पुलिस टीम पर हमला हुआ था. इस दौरान 8 पुलिसकर्मी शहीद हुए थे. बाद में पुलिस ने मुख्य आरोपी विकास दूबे का भी एनकाउंटर कर दिया था.