पिस्टल न खुलने पर खफा हुए एडीजी, दारोगा की लगाई जमकर क्लास, दी यह सजा

प्रयागराज जोन के एडीजी ने प्रतापगढ़ के एक थाने का दौरा किया. लेकिन यहां एक बात से वह खासा नाराज हो गए और फिर उन्होंने दारोगा का जमकर फटकार लगाई.

प्रयागराज जोन के एडीजी ने प्रतापगढ़ के एक थाने का दौरा किया. लेकिन यहां एक बात से वह खासा नाराज हो गए और फिर उन्होंने दारोगा का जमकर फटकार लगाई.

author-image
Dalchand Kumar
New Update
Pratapgarh Police

पिस्टल न खुलने पर खफा हुए एडीजी, दारोगा की लगाई जमकर क्लास, दी यह सजा( Photo Credit : News State)

कानपुर एनकाउंटर के बाद उत्तर प्रदेश का पुलिस महकमा सजग और सतर्क हो गया है. ऐसी वारदात भविष्य में अब कभी घटित न हो इसके मद्देनजर अधिकारी थानों का निरीक्षण कर रहे हैं और असलहा की जांच की जा रही है. अपराधियों से निपटने के लिए क्या तैयारियां हैं, इसका जायजा भी अधिकारी ले रहे हैं. इस कड़ी में प्रयागराज जोन के एडीजी ने प्रतापगढ़ के एक थाने का दौरा किया. लेकिन यहां एक बात से वह खासा नाराज हो गए और फिर उन्होंने दारोगा का जमकर फटकार लगाई. इतना ही नहीं एडीजी ने दरोगा से दौड़ भी लगवाई.

Advertisment

यह भी पढ़ें: SC ने पूछा विकास दुबे इतना शातिर था तो कैसे मिली पैरोल, एनकाउंटर पर उठाए भी सवाल 

दरअसल, प्रयागराज जोन के एडीजी प्रेम प्रकाश आज प्रतापगढ़ जिले के थाने का निरीक्षण करने पहुंचे. उन्होंने यहां पुलिस अधिकारियों के साथ बातचीत की और असलहा का निरीक्षण भी किया. मगर असलहा चेक के दौरान दारोगा की पिस्टल फंस गई. पिस्टल धीरे-धीरे खोलने पर एडीजी प्रेम प्रकाश नाराज और उन्होंने दारोगा को फटकार लगा दी. इसके बाद उन्होंने दारोगा से दोनों हाथ ऊपर उठाकर दौड़ लगवाई. एडीजी प्रेम प्रकाश ने थाना अध्यक्ष से निरीक्षण में खामियां मिलने पर उन्हें दुरुस्त करने के निर्देश भी दिए.

गौरतलब है कि कानपुर के बिकरु गांव में हाल में कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने पहुंची पुलिस टीम पर हमला हुआ था. इस हमले में एक डीएसपी, एक थाना प्रभारी, एक चौकी प्रभारी और एक सब इंस्पेक्टर समेत 8 पुलिस जवान शहीद हो गए थे. जिस तरह से पुलिसवालों की घेराबंदी की गई और उन्हें निशाना बनाया गया. उससे तो साफ तौर पर जाहिर यही होता है कि पुलिस का सूचना तंत्र फेल हो चुका था.

यह भी पढ़ें: UP पुलिस के ऑपरेशन क्लीन से अपराधियों में हड़कंप, गैंगस्टर की पत्नी ने कोर्ट से मांगी सुरक्षा

जब पुलिस कुख्यात गैंगस्टर विकास दबे को पकड़ने पहुंची थी तो दुबे और उसके गुर्गों ने टीम को चारों तरफ से घेर लिया था. हर तरफ से बस धांय धांय की आवाज ही सुनाई पड़ रही थी. पुलिस टीम को अपनी जान बचानी भारी पड़ रही थी. इस एनकाउंटर को याद कर उत्तर प्रदेश का पुलिस महकमा जरूर सहम जाता होगा. क्योंकि उस दिन एनकाउंटर के दौरान 8 पुलिसवाले शहीद हो गए थे. भविष्य में ऐसी घटना न हो इसे देखते हुए पुलिस महकमा अब खामियों को सुधारने में लगा है.

Source : News Nation Bureau

Uttar Pradesh Prayagraj
      
Advertisment