Breaking News: दिल्ली: 9 साल की बच्ची से दरिंदगी का आरोपी एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार
स्वदेशी निर्माण से वैश्विक निर्यात तक : देश की सुरक्षा की नई परिभाषा
प्लेन की खिड़की से दिखा एलियन का विमान, तेजी से वायरल हो रहा है वीडियो
Sonam Raghuvanshi Arrested: कोलकाता एयरपोर्ट पर ही सोनम को रखा जाएगा, मेघालय ले जाने की तैयारी में पुलिस
Delhi Weather: राजधानी में लू के थपेड़े, ऑरेंज अलर्ट जारी, तापमान 50 डिग्री के करीब पहुंचा
युवाओं के रोजगार के लिए सभी 38 जिलों में कांग्रेस का प्रदर्शन : राजेश राम
अजय देवगन की ऑनस्क्रीन बेटी एक बार फिर बनीं मां, नन्ही परी का किया वेलकम
प्रधानमंत्री नमो ड्रोन दीदी योजना से आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त हो रही महिलाएं
मुंबई पुलिस ने ड्रग्स फैक्टरी का किया भंडाफोड़, तीन सप्लायर गिरफ्तार

SC ने पूछा विकास दुबे इतना शातिर था तो कैसे मिली पैरोल, एनकाउंटर पर भी उठाए सवाल

विकास दुबे एनकाउंटर केस में यूपी सरकार न्यायिक कमेटी के पुर्नगठन को तैयार हो गई है. कोर्ट की राय के मुताबिक न्यायिक कमिटी में एक पूर्व SC जज और रिटायर्ड पुलिस अधिकारी को जोड़ा जाएगा.

विकास दुबे एनकाउंटर केस में यूपी सरकार न्यायिक कमेटी के पुर्नगठन को तैयार हो गई है. कोर्ट की राय के मुताबिक न्यायिक कमिटी में एक पूर्व SC जज और रिटायर्ड पुलिस अधिकारी को जोड़ा जाएगा.

author-image
Sushil Kumar
एडिट
New Update
supreme court

सुप्रीम कोर्ट( Photo Credit : फाइल फोटो)

विकास दुबे एनकाउंटर केस में यूपी सरकार न्यायिक कमेटी के पुर्नगठन को तैयार हो गई है. कोर्ट की राय के मुताबिक न्यायिक कमिटी में एक पूर्व SC जज और रिटायर्ड पुलिस अधिकारी को जोड़ा जाएगा. SG तुषार मेहता ने कोर्ट को बताया कि हम एक ड्राफ्ट नोटिफिकेशन तैयार कर कोर्ट को दे देते हैं. बुधवार को आप इसे देख लें. आप इजाज़त देंगे तो उसे जारी कर दिया जाएगा. सुनवाई के दौरान CJI ने ये टिप्पणी भी कि ये पहलू भी देखा जाना चाहिए कि सीएम, डिप्टी सीएम जैसे लोगों ने क्या बयान दिए? क्या वैसा ही पुलिस ने भी किया? याचिकर्ताओं ने एनकाउंटर को लेकर दिए इन बयानों का हवाला देते हुए यूपी सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए.

Advertisment

सुनवाई के दौरान SC ने कुछ सवाल भी किए. उन्होंने कहा कि क़ानून का शासन कायम करना राज्य सरकार की ज़िम्मेदारी है. गिरफ्तारी, ट्रायल और फिर अदालत से सज़ा, यही न्यायिक प्रकिया है. ये सुनिश्चित करना राज्य की ज़िम्मेदारी है. क़ानून का शासन हो तो पुलिस कभी हतोत्साहित होंगी ही नहीं. इतने केस लंबित रहने के बावजूद कैसे विकास को ज़मानत मिल गई. आदेश की कॉपी मुहैया कराया जाए. दरअसल याचिकर्ताओ की ओर से पेश वकीलों ने एनकाउंटर को लेकर दिये इन बयानों का हवाला देते हुए यूपी सरकार की मंशा पर सवाल खड़े करते हुए स्वतंत्र जांच की मांग की थी.

Source : News Nation Bureau

Uttar Pradesh Vikas Dubey Yogi Adityanath encounter
      
Advertisment