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कानपुर: दंपति के बीच विवाद सुलझाने गई पुलिस पर जानलेवा हमला, थाना प्रभारी सहित दो घायल

पुलिस कानपुर देहात के रसूलाबाद के भीखदेव गांव में शनिवार शाम को एक दंपत्ति के बीच विवाद सुलझाने गई थी. इसी दौरान वहां मौजूद लोगों ने पुलिस पर ईंटों और पत्थरों से जानलेवा हमला कर दिया.

Updated on: 21 Mar 2021, 03:21 PM

highlights

  • उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात का है पूरा मामला
  • पारिवारिक मामला सुलझाने गई पुलिस टीम पर हुआ हमला
  • पुलिस ने 12 लोगों के खिलाफ दर्ज किया मामला

कानपुर:

उत्तर प्रदेश की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाली योगी आदित्यनाथ सरकार की यूपी पुलिस खुद असुरक्षित दिखाई दे रही है. जी हां, शनिवार को एक दंपति के बीच हुए विवाद को सुलझाने गई पुलिस पर स्थानीय लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया. इस हमले में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए. पूरा मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात का बताया जा रहा है. पुलिसकर्मियों पर हमला करने के मामले में करीब 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. दरअसल, पुलिस कानपुर देहात के रसूलाबाद के भीखदेव गांव में शनिवार शाम को एक दंपत्ति के बीच विवाद सुलझाने गई थी. इसी दौरान वहां मौजूद लोगों ने पुलिस पर ईंटों और पत्थरों से जानलेवा हमला कर दिया. 

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हमले में थाना प्रभारी और एक अन्य पुलिसकर्मी लहूलुहान हो गए. पुलिस पर हमले की सूचना मिलने के बाद एसपी, एएसपी पुलिस फोर्स के साथ भीखदेव गांव आ पहुंचे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमले के बाद से ही चौकी इंचार्ज की पिस्टल भी गायब है.

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इस पूरे मामले में पुलिस ने कहा, "काहिनजारी पुलिस चौकी के प्रभारी गजेंद्र पाल सिंह और हेड कॉन्स्टेबल समर सिंह ने रफीक और उसकी पत्नी के बीच विवाद को सुलझाने की कोशिश की तभी उनके परिवार के सदस्यों ने पुलिस की टीम पर पथराव करना शुरू कर दिया."

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गजेन्द्र पाल सिंह (पुलिस चौकी प्रभारी) और हेड कांस्टेबल समर सिंह सहित घायल पुलिसकर्मियों को कानपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी ने संवाददाताओं के साथ बातचीत में कहा, "पुलिस पर पथराव करने के मामले में रसूलाबाद के भीखदेव गांव के एक दर्जन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पुलिस पर हमला करने वालों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा."