उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1986 नए मामले सामने आए हैं. इस वक्त 17264 एक्टिव केस हैं. 28664 लोग ठीक हुए हैं. 1108 लोगों की अब तक मौत हुई है. यह जानकारी प्रमुख स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने दी है. कल 5-5 सैंपल के 2815 पूल और 10-10 सैंपल के 303 पूल लगाए गए. 5-5 सैंपल के 2815 पूल में से 394 में पॉजिटिव देखी गई और 10 सैंपल के 303 पूल में से 47 में पॉजिटिव देखी गई. अब तक सर्विलांस से 30366 कंटेनमेंट इलाकों में 1,25,47,145 घरों का जिसमें 6,39,50,402 लोग रहते हैं, उनका सर्विलांस किया गया है. उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री कार्यालय में तैनात कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाया गया है. ऑफिस को 48 घंटे के लिए बंद कर दिया गया है. आज सुबह ही कमिशनर, डीएम, ACS home के साथ सीएमओ कार्यालय पर मीटिंग हुई थी. उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री कमला रानी कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं. कोरोना संदिग्ध लगने पर सैंपल लिया गया था. आज रिपोर्ट पॉजिटिव आई.
यह भी पढ़ें- CMO में तैनात कर्मचारी कोरोना संक्रमित, 48 घंटे के लिए ऑफिस बंद
कोविड-19 से संक्रमित हुए बच्चों से लेकर बुजुर्गों का राज्य में सफल उपचार किया
वहीं योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि कोविड-19 से संक्रमित हुए बच्चों से लेकर बुजुर्गों का राज्य में सफल उपचार किया गया है. उन्होंने कहा कि गंभीर हालत वाले रोगियों का भी सफलतापूर्वक इलाज हुआ है. योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए रैपिड एन्टीजन जांच की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि घर-घर की जाने वाली चिकित्सकीय जांच में जो लोग संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध मिलें, उनकी रैपिड एन्टीजन जांच की जाए और संक्रमण की पुष्टि होने पर उन्हें उपचार के लिए चिकित्सालयों में भर्ती कराया जाए. मुख्यमंत्री ने समस्त जिलों में एम्बुलेंस की संख्या में वृद्धि के निर्देश दिए हैं.
यह भी पढ़ें- अरेंज मैरिज में भी मिल सकता है लव मैरिज का मजा, अपनाना होगा ये शानदार 5 टिप्स
कोविड-19 की रोकथाम सम्बन्धी समस्त गतिविधियों की निगरानी की जाए
उन्होंने कहा कि जनपद स्तर पर समेकित कमान एवं नियंत्रण केंद्र स्थापित करते हुए इसके माध्यम से एम्बुलेंस सेवाओं के संचालन, चिकित्सकीय जांच और सर्वेक्षण कार्य सहित कोविड-19 की रोकथाम सम्बन्धी समस्त गतिविधियों की निगरानी की जाए. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शनिवार और रविवार को पूरे प्रदेश में दो-दिवसीय विशेष अभियान के तहत सैनेटाइजेशन (संक्रमणमुक्त करने) का काम किया जाए. उन्होंने शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने और अस्पतालों की निगरानी के भी निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के उपचार के लिए कोई कारगर दवा अथवा टीका अभी तक विकसित नहीं हुआ है, इसलिए इस रोग से बचने के लिए निरन्तर सावधानी और सतर्कता बरतना जरूरी है.