Punjab News: पंजाब सरकार ने ड्रग तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए जालंधर में दो अवैध संपत्तियों को बुलडोज़र से ध्वस्त कर दिया. मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब पुलिस लगातार नशे के कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए अभियान चला रही है. सरकार का यह कदम दर्शाता है कि ड्रग तस्करों को अब किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा.
कैसे हुई कार्रवाई?
जालंधर प्रशासन और पुलिस ने इन संपत्तियों की पहचान पहले ही कर ली थी. यह दोनों संपत्तियां ड्रग तस्करों द्वारा गैरकानूनी रूप से बनाई गई थीं और नशे के व्यापार में इस्तेमाल हो रही थीं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पंजाब पुलिस ने विशेष जांच दल (SIT) की रिपोर्ट के आधार पर यह सख्त कदम उठाया था. पंजाब सरकार ने ड्रग तस्करों की इस अवैध संपत्ति को बुलडोजर की मदद से ध्वस्त कर दिया.
ड्रग माफिया पर पंजाब सरकार का बढ़ता शिकंजा
पंजाब लंबे समय से ड्रग तस्करी और नशे की समस्या से जूझ रहा है. युवाओं को इस लत से बचाने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य में एंटी-ड्रग ड्राइव को तेज कर दिया है. इस मुहिम के तहत हजारों किलो हेरोइन और अन्य मादक पदार्थ जब्त किए गए हैं. अब तक सैकड़ों ड्रग तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है और कई तस्करों की अवैध संपत्तियों पर बुलडोज़र चलाया गया है.
पंजाब सरकार का कड़ा संदेश
पंजाब सरकार ने साफ कर दिया है कि ड्रग तस्करी में लिप्त किसी भी व्यक्ति को कानून से राहत नहीं मिलेगी. मुख्यमंत्री भगवंत मान पहले ही कह चुके हैं कि, 'पंजाब को नशामुक्त बनाने के लिए हमारी सरकार किसी भी हद तक जाएगी. अब राज्य में ड्रग माफिया का बचना नामुमकिन है'.
जनता ने की कार्रवाई की सराहना
स्थानीय लोगों ने पंजाब सरकार की इस कार्रवाई का स्वागत किया और कई लोगों ने कहा कि ड्रग तस्करों के खिलाफ और भी सख्त कदम उठाने की जरूरत है. पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे ड्रग तस्करी की सूचना तुरंत प्रशासन को दें.
ड्रग तस्करी पर सख्त कानून लागू
पंजाब सरकार ने हाल ही में नशे के खिलाफ कड़े कानून लागू किए हैं, जिसमें ड्रग तस्करों की संपत्तियों को जब्त करने का प्रावधान. नशे के कारोबार में लिप्त पाए जाने पर कड़ी सजा. ड्रग के खिलाफ विशेष टास्क फोर्स (STF) का गठन.
पंजाब सरकार ने ड्रग तस्करों के खिलाफ अपनी 'जीरो टॉलरेंस' नीति को एक बार फिर साबित किया है. जालंधर में की गई यह कार्रवाई उन सभी के लिए चेतावनी है, जो नशे के काले कारोबार में शामिल हैं. सरकार का मकसद साफ है – पंजाब को पूरी तरह नशामुक्त बनाना.
ये भी पढ़ें: Punjab: पंजाब में नशे के खिलाफ सरकार की कड़ी कार्रवाई, अरविंद केजरीवाल बोले- ड्रग्स ने युवाओं और बच्चों को किया बर्बाद