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अब बिना रुकावट ड्रोन के जरिए होगा मानव अंगों का ट्रांसपोर्टेशन !

चेन्नई स्थित निजी अस्पताल एमजीएम हेल्थकेयर प्रत्यारोपण के लिए मानव अंगों के परिवहन के मद्देनजर ड्रोन का उपयोग करने के तरीके तलाश रहा है.

Updated on: 03 Sep 2022, 07:29 PM

चेन्नई:

चेन्नई स्थित निजी अस्पताल एमजीएम हेल्थकेयर प्रत्यारोपण के लिए मानव अंगों के परिवहन के मद्देनजर ड्रोन का उपयोग करने के तरीके तलाश रहा है. एमजीएम हेल्थकेयर में 500 से अधिक सफल हृदय और फेफड़ों के प्रत्यारोपण पर आयोजित एक समारोह के दौरान एमजीएम हेल्थ केयर के निदेशक प्रशांत राजगोपालन ने कहा कि अस्पताल चेन्नई हवाई अड्डे से अस्पताल तक अंगों को ले जाने के लिए ड्रोन का उपयोग करने पर विचार कर रहा है.

ग्रीन कॉरिडोर बनाने से लोगों को होती है परेशानी
उनके अनुसार, वर्तमान में ट्रांसप्लांट ऑपरेशन के लिए अंगों को शहर की पुलिस की मदद से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर चेन्नई एयरपोर्ट से सड़क मार्ग से पहुंचाया जाता है. उन्होंने कहा कि ऐसा करने से जनता को कुछ असुविधाओं का सामना करना पड़ता है. इसलिए अस्पताल ड्रोन को दूसरे शहरों से मानव अंगों को ले जाने के विकल्प के रूप में देख रहा है.

विदेशों में होता है ड्रोन का इस्तेमाल
अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि कुछ देशों में प्रत्यारोपण ऑपरेशन के लिए मानव अंगों का ड्रोन से परिवहन प्रचलन में है. उन्होंने कहा कि भारत में सरकारी अधिकारियों से अनुमति लेनी पड़ती है. उन्होंने तर्क दिया कि प्रत्यारोपण के लिए मानव अंग वाले बॉक्स का वजन लगभग नौ किलोग्राम होगा और ड्रोन उन्हें आसानी से उठा सकते हैं.

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समारोह में बोलते हुए तमिलनाडु के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मा सुब्रमण्यम ने कहा कि राज्य अंग प्रत्यारोपण में अग्रणी है. सुब्रमण्यम ने यह भी कहा कि राज्य सरकार अपने सभी अस्पतालों में अंग प्रत्यारोपण सर्जरी करने के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कदम उठाएगी.

इस समारोह में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बोल हिस्सा लेने वाले केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी 
ने कहा कि राजमार्गों के निर्माण से चेन्नई-बेंगलुरु जैसे विभिन्न शहरों के बीच यात्रा का समय कम हो रहा है, जो अंग परिवहन के लिए मददगार होगा.