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अब अंतरिक्ष में भी मिशन आत्मनिर्भर, अंतरिक्ष में मलबे से निपटने के लिए IS4OM केंद्र का केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने किया उद्घाटन

इंडिया स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन यानी इसरो ने सोमवार को अंतिक्ष में एक और बड़ी कामयाबी की तरफ कदम बढ़ाया है.

Updated on: 11 Jul 2022, 11:39 PM

बेंगलुरु:

इंडिया स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन यानी इसरो ने सोमवार को अंतिक्ष में एक और बड़ी कामयाबी की तरफ कदम बढ़ाया है. केंद्रीय अंतरिक्ष राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने सोमवार को बेंगलुरु में "इसरो सुरक्षित एवं सतत अंतरिक्ष परिचालन प्रणाली और प्रबंधन (IS4OM) केंद्र का उद्घाटन किया. इस मौके पर जितेंद्र सिंह ने कहा कि IS4OM में अंतरिक्ष मलबे का अवलोकन, कक्षा निर्धारण और मलबों की नई सूची का निर्माण और आंकड़ों का प्रसंस्करण किया जाएगा, ताकि अंतरिक्ष में मौजूद मलबे से होने वाले हादसों को टाला जा सके.

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इस मौके पर इसरो के अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने कहा कि यह इस क्षेत्र में पहला कदम है. आने वाले समय में मलबे से निपटने के लिए और अनुसंधान किया जाएगा, ताकि बाकी देशों को भी इसे मदद मिल सके. वहीं,  मिशन गगन्यान को लेकर भी जितेंद्र सिंह ने कहा कोविड महामारी की वजह से इस मिशन में देरी हुई, लेकिन अब इस मिशन को अगले साल लॉन्च किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस साल के आखिर में क्रू अबॉर्ट टेस्ट किया जाएगा.

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