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कर्नाटक में बंदरों पर इस तरह की गई क्रूरता, हाईकोर्ट ने लिया स्वतः संज्ञान

कर्नाटक के हासन जिले के सकलेशपुर इलाके में करीब 60 बंदरों को जहर देकर पीटा गया, उसके बाद उन्हें बोरियों में भरकर फेंक दिया गया. बोरियों में 38 बंदर मृत मिले, जबकि जिंदा बंदरों बुरी तरह से घायल पाए गए. जिनमें से दो का इलाज चल रहा है.

Updated on: 31 Jul 2021, 02:42 PM

highlights

  • बंदरों को जहर देकर बुरी तरह से पीटा गया
  • हाई कोर्ट ने इस मामले पर स्वतः संज्ञान लिया
  • इससे पहले केरल में गर्भवती हथिनी के साथ हुई थी क्रूरता

नई दिल्ली:

कर्नाटक (Karnataka) के हासन से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिससे इंसानित शर्मसार हो गई है. यहां एक साथ 60 के करीब बंदरों को जहर (given poison to monkeys) दिया गया है. यह मामला बुधवार की देर रात सामने आया. बेजुबानों पर इस तरह की क्रूरता से पूरी मानव जाति को शर्मिंदा कर दिया है.  हासन जिले के सकलेशपुर इलाके में पुलिस को बंदरों की मौत की सूचना मिली. पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां कई बोरियों में बंदर मिले. इन बोरियों में 60 बंदरों को बेरहमी से बंद करके फेंका गया था. इन में से 38 बंदर मृत मिले. बाकी बचे जीवित बंदरों का इलाज चल रहा है. 

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इस मामले में पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच से लगता है कि इन बंदरों को जहर (Poison) दिया गया था और इसके बाद बोरियों में पैक करके फेंका गया था. सुबह-सुबह जब ग्रामीणों ने सड़क किनारे कुछ बोरियों को पड़े देखा तो उन्होंने उन्हें खोल कर देखा तो उनके होश उड़ गए. ग्रामीणों के अनुसार बंदरों को बोरियों में भरकर उनकी पिटाई की गई होगी. क्योंकि बोरियों में खून लगा हुआ था और बोरी खोलने पर जो कुछ बंदर जीवित थे वे बुरी तरह हांफ रहे थे और हिलने-डुलने में असमर्थ थे.

स्थानीय लोगों ने बंदरों को पानी पिलाया और जरूरतमंद बंदरों का उपचार किया. साथ ही वन विभाग के अधिकारियों को भी इसकी सूचना दी. जानकारी के मुताबिक 20 बंदरों में से 18 पानी पीकर स्वस्थ हुए और वहां से चले गए बाकी 2 बंदरों का इलाज पशु चिकित्सक कर रहे हैं. दोनों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. सहायक वन संरक्षक, बेलूर वन परिक्षेत्र प्रभु ने घटनास्थल का दौरा किया. मामले की जांच रेंज वनाधिकारी यशमा मचाम्मा व वनपाल डी. गुरुराज कर रहे हैं.

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वन अधिकारियों ने कहा कि वे मरे हुए बंदरों को दफनाने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे. मृत बंदरों में से एक का पोस्टमॉर्टम किया गया है और प्रारंभिक रिपोर्ट में जहर देने की बात सामने आई है. इस घटना ने जनता को झकझोर कर रख दिया है. इस मामले में अब हाई कोर्ट ने भी स्वतः संज्ञान ले लिया है. वहीं ये पहला मामला नहीं है जब बेजुबानों पर इंसानों द्वारा इस तरह का जुर्म किया गया हो, इससे पहले केरल में एक गर्भवती हथिनी को पटाखे खिलाने देने का मामला सामने आया था. इस घटना में हथिनी ने एक एक नदी में खड़े-खड़े दम तोड़ दिया था. जिस पर पूरे देश में काफी हंगामा हुआ था.