logo-image

केरल में बढ़ रहे कोरोना के मामले, लेकिन पार्टियां लॉकडाउन के लिए सहमत नहीं

मुख्यमंत्री पिनराई विजयन द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक ऑनलाइन आयोजित की गई थी. दो घंटे चली बैठक के बाद विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने मीडिया को बताया कि सभी दल संपूर्ण लॉकडाउन लागू नहीं करने पर सहमत थे.

Updated on: 26 Apr 2021, 06:46 PM

highlights

  • केरल में भी कोरोना के रोजाना मामले 28,000 के आंकड़े को पार कर रहे हैं
  • सभी दल संपूर्ण लॉकडाउन लागू नहीं करने पर सहमत थे
  • 2 मई को मतगणना के दिन सभी समारोह कम से कम रखे जाएं

तिरुवनंतपुरम:

देशभर में कोरोना के मामलों में बढ़ोत्तरी जारी है. वहीं केरल में भी कोरोना के रोजाना मामले 28,000 के आंकड़े को पार कर रहे हैं, कोरोना के मामले में जबरदस्त उछाल को देखते हुए सोमवार को यहां एक सर्वदलीय बैठक हुई. हालांकि इस दौरान संपूर्ण लॉकडाउन से इनकार कर दिया. मुख्यमंत्री पिनराई विजयन द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक ऑनलाइन आयोजित की गई थी. दो घंटे चली बैठक के बाद विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने मीडिया को बताया कि सभी दल संपूर्ण लॉकडाउन लागू नहीं करने पर सहमत थे. कांग्रेस नेता ने कहा, हमने यह भी सुनिश्चित करने का फैसला किया कि 2 मई को मतगणना के दिन सभी समारोह कम से कम रखे जाएं. बैठक ने यह भी सुनिश्चित करने का निर्णय लिया कि सभी जिला प्रशासक दिशानिर्देशों को सख्ती से लागू करें, खासकर जब यह शादियों और अंतिम संस्कारों की संख्या को न्यूनतम स्तर पर रखने के लिए आया था.

यह भी पढ़ेंः भारत को टीके के लिए कच्चा माल मुहैया कराए अमेरिका: IACC

जिन अन्य चीजों पर चर्चा की गई, उनमें वर्तमान प्रोटोकॉल को देखना और प्रतीक्षा करना शामिल है, जिसमें रात के कर्फ्यू को रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक शामिल करना है. प्रत्येक शनिवार और रविवार को लागू होने वाले अर्ध-लॉकडाउन प्रोटोकॉल के साथ जारी रखने पर भी सहमति बनी थी, जब केवल आवश्यक वस्तुओं को बेचने वाली दुकानें ही खुलेंगी और अन्य सभी बंद रहेंगे, इसके अलावा निजी परिवहन वाहनों को भी अनुमति नहीं दी जाएगी और सभी को घर के अंदर रहना होगा. रविवार को 28,469 नये मामले सामने आने के बाद राज्य में कुल मामले 2,18,893 हो गये. एनार्कुलम जिला में रविवार को 4,000 से अधिक रिकॉर्ड मामले सामने आये. पिछले एक सप्ताह में राज्य में बड़े पैमाने पर टेस्ट अभियान देखा गया है, जहां लगभग हर रोज औसतन एक लाख टेस्ट किए जा रहे हैं.

यह भी पढ़ेंः वैक्सीन से पहले मास्क बना कोरोना से बचने का बड़ा हथियार