कर्नाटक की बीजेपी सरकार ने द्वारा प्रस्तावित बीबीएमपी आरक्षण ड्राफ्ट को लेकर सियासी बवाल शुरू हो गया है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने एक साजिश के तहत कांग्रेस की 80 फीसदी सीटों को महिलाओं के लिए आरक्षित रखा है. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यह साफ हो चुका है कि बेंगलुरु बृहत महानगर पालिका यानी बीबीएमपी के चुनाव इस साल के आखिर तक कराना अनिवार्य है. ऐसे में कर्नाटक की बीजेपी सरकार ने नए नियमों के तहत बीबीएमपी ड्राफ्ट अधिसूचना जारी की है. जिसके मुताबिक 243 सीटों में से 81 ओबीसी उम्मीदवारों के लिए, 28 सीटें एससी के लिए और चार एसटी समुदाय के लिए रिजर्व की गई है. वहीं 243 में से पचास फीसदी यानी 122 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित रखी गई है. लेकिन कांग्रेस इस अधिसूचना से नाराज़ है.
कांग्रेस ने लगाए गंभीर आरोप
कांग्रेस के मुताबिक, बीजेपी सरकार ने एक साजिश के तहत 50 % महिला कोटा की सीटें कांग्रेस के क्षेत्रों में दी है. कांग्रेस के वर्किंग प्रेसिडेंट सलीम अहमद के मुताबिक, वो महिलाओं के आरक्षण के खिलाफ नहीं है. लेकिन जिस तरह से 122 सीटों में से 72 सीटें जो महिलाओं को दी गई है, वो कांग्रेस की सीटें है. ऐसे में कांग्रेस को हराने के लिए बीजेपी ने यह साजिश की है.
ये भी पढ़ें: शिंदे कैबिनेट: 18 मंत्रियों का शपथ ग्रहण, अब्दुल सत्तार इकलौते मुस्लिम मंत्री
बीजेपी ने दी ये सफाई
वहीं, बीजेपी का कहना है कि पहले बीबीएमपी की कुल सीट 198 थी. अब सीटे बढ़ कर 243 हो गई हैं. इसमें महिलाओं को पचास फीसदी सीटें देनी जरूरी है. लिहाजा इस तरह से आरक्षण किया गया है. बीजेपी के प्रवक्ता एस.प्रकाश के मुताबिक कांग्रेस ने चुनाव से पहले ही हार मान ली है, लिहाजा अभी से वो बहाने ढूंढ रही है. बता दें कि सरकार ने इस ड्राफ्ट अधिसूचना के हफ्ते के बाइट ऑब्जेक्शंस फाइल करने का समय दिया है. ऑब्जेक्शन्स पर चर्चा के तुरंत बाद फाइनल अधिसूचना जारी की जायेगी.
HIGHLIGHTS
- बीबीएमसी चुनाव को लेकर राजनीति तेज
- कांग्रेस ने लगाए बीजेपी पर गंभीर आरोप
- बीजेपी बोली-हार के डर से अभी से ही बहाना बना रही कांग्रेस