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लिंगायत समुदाय के बसवराज बोम्माई बने कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री

निवर्तमान मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की तरह, जिन्होंने सोमवार को इस्तीफा दे दिया, नए मुख्यमंत्री भी राजनीतिक रूप से प्रभावशाली लिंगायत समुदाय से हैं.

Updated on: 27 Jul 2021, 10:05 PM

highlights

  • बोम्मई को बीएस येदियुरप्पा का करीबी माना जाता है
  • उनकी भाषा पर बढ़िया पकड़ है. वे कन्नड़, हिंदी और अंग्रेजी तीनों भाषाओं में पारंगत
  • वे बीजेपी में आने से पहले जनता दल सेक्युलर से दो बार विधायक रहे है

कर्नाटक :

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक दल ने बसवराज एस बोम्मई को कर्नाटक का नया मुख्यमंत्री चुना है. बसवराज बोम्मई बीएस येदियुरप्पा सरकार में गृह मंत्री थे और मुख्यमंत्री पद के शीर्ष दावेदारों में शामिल थे. निवर्तमान मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की तरह, जिन्होंने सोमवार को इस्तीफा दे दिया, नए मुख्यमंत्री भी राजनीतिक रूप से प्रभावशाली लिंगायत समुदाय से हैं. बोम्मई को बीएस येदियुरप्पा का करीबी माना जाता है और वह 'जनता परिवार' से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता एसआर बोम्मई भी कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. उन्होंने जल संसाधनों का पोर्टफोलियो संभाला था.

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बसवराज बोम्मई मृदु भाषी हैं. उनकी भाषा पर बढ़िया पकड़ है. वे कन्नड़, हिंदी और अंग्रेजी तीनों भाषाओं में पारंगत हैं. माना जाता है कि अमित शाह से उनके अच्छे संबंध हैं. वे बीजेपी में आने से पहले जनता दल सेक्युलर से दो बार विधायक रहे है. इंजीनियर और खेती से जुड़े होने के नाते बसवराज को कर्नाटक के सिंचाई मामलों का जानकार माना जाता है. राज्य में कई सिंचाई प्रोजेक्ट शुरू करने की वजह से उनकी तारीफ होती है. उन्हें अपने विधानसभा क्षेत्र में भारत की पहली 100% पाइप सिंचाई परियोजना लागू करने का श्रेय भी दिया जाता है.

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28 जनवरी 1960 को जन्मे बसवराज सोमप्पा बोम्मई कर्नाटक के गृह, कानून, संसदीय मामलों के मंत्री हैं. उनके पिता एस आर बोम्मई भी राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट बसवराज ने जनता दल के साथ राजनीति की शुरुआत की थी. वे धारवाड़ से दो बार 1998 और 2004 में कर्नाटक विधान परिषद के लिए चुने गए. इसके बाद वे जनता दल छोड़कर 2008 में भाजपा में शामिल हो गए. इसी साल हावेरी जिले के शिगगांव से विधायक चुने गए.