कर्नाटक के रामनगर जिले के बसवनपुरा गांव में पुलिस ने मंगलवार को एक गारमेंट फैक्ट्री में छापा मार कर यहां काम कर रहे 7 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार करने का दावा किया है. पुलिस के मुताबिक यह सभी आरोपी गैर कानूनी तरीके से मई के महीने में बांग्लादेश से भारत में दाखिल हुए थे. भारत में दाखिल होने के बाद एक ब्रोकर के जरिए सभी 7 लोगों ने असम के एक एड्रेस पर अपने आधार कार्ड बनवाए. जून के पहले हफ्ते में यह लोग कर्नाटक के डूड बालापुर जिला पहुंचे और फिर वहां से रामनागरा चले गए. इसके बाद रामनगर की एक गारमेंट फैक्ट्री में काम करने लगे. इन लोगों ने इसी इलाके में एक घर भी किराए पर ले रखा था. पुलिस को अब उस ब्रोकर की भी तलाश है, जिसने इन सभी को रामनगर पहुंचने में मदद की थी.
जांच में जुटी पुलिस
रामनगर के एसपी, के. संतोष बाबू के मुताबिक सभी 7 लोगों ने पूछताछ में बताया है कि वे गैर कानूनी तरीके से भारत में दाखिल हुए थे. ये सभी एक ब्रोकर के जरिए कर्नाटक पहुंच गए थे. इनके पास से इनके बांग्लादेशी नागरिक होने के दस्तावेज भी बरामद हुए हैं. पुलिस अब गारमेंट फैक्ट्री के मालिक की भी जांच कर रही है कि आखिर उसने इन्हें कैसे नौकरी दी. इसके साथ ही पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि यह लोग क्या सिर्फ नौकरी के लिए ही कर्नाटक आए थे या फिर किसी साजिश के तहत यहां नौकरी कर रहे थे. उन्होंने बताया कि इन सभी लोगों को बेंगलुरु के डिटेंशन सेंटर में जल्द ही शिफ्ट किया जाएगा.
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पहले भी गिरफ्तार हुए थे एक बांगलादेशी
इसे पहले जुलाई के पहले हफ्ते में कोलकाता पुलिस ने एक बांग्लादेशी नागरिक को बेंगलुरु के बोम्मनहल्ली इलाके से जाली करेंसी मामले में गिरफ्तार कर लिया था. कर्नाटक के गृह मंत्री अरगा ज्ञानेंद्र ने भी हाल ही में पुलिस को गैर कानूनी तरीके से दाखिल हुए बांग्लादेशी नागरिकों को ट्रैक करने के निर्देश दिए थे.
Source : Yasir Mushtaq