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सांकेतिक तस्वीर( Photo Credit : News Nation)
कर्नाटका में दिसंबर 2021 में स्कूल और कॉलेजों में हिजाब पहनने को लेकर विवाद शुरू हूवा था , विवाद उडुपी जिले के एक सरकारी पीयू कॉलेज से शुरू हुआ था. यह मामला पूरे देश में चर्चाओं का विषय रहा था. साथ ही मामला कर्नाटका हाई कोर्ट तक पहुंचा था. मार्च 2022 में कर्नाटका हाई कोर्ट ने भी कर्नाटका शिक्षा विभाग को सही ठहराया था की स्कूल कॉलेजों में हिजाब नहीं पहना जा सकता है. अब डेक्कन हेराल्ड अखबार ने मंगलौर यूनिवर्सिटी से आरटीआई के जरिए जानकारी मांगी थी. जिसमें यूनिवर्सिटी कैंपस और इसे जुड़े कॉलेजों में कितनी मुस्लिम छात्राएं अभी भी पढ़ाई करती है और कितनी छात्रों ने कॉलेज से ट्रांसफर सर्टिफिकेट लिया है.
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चौकाने वाला आया जवाब
हिजाब विवाद के बाद आरटीआई के जवाब में मंगलौर यूनिवर्सिटी ने कहा है की यूनिवर्सिटी कैंपस , दक्षिण कनाडा और उडुपी के कॉलेजों में कुल 900 मुस्लिम लड़कियां पड़ती थी. लेकिन हिजाब विवाद के बाद 145 मुस्लिम छात्राओं ने यूनिवर्सिटी से ट्रांसफर सर्टिफिकेट ली है. जिसमे दक्षिण कनाडा के 40 कॉलेजों से 64 और उडुपी स्थित 25 कॉलेजों से 41 मुस्लिम छात्रों ने ट्रांसफर सर्टिफिकेट लिया है. यानी कुल 16 फीसदी मुस्लिम छात्राओं ने मंगलौर यूनिवर्सिटी से ट्रांसफर सर्टिफिकेट ली है.
हालांकि कोडगु जिले के 10 कॉलेजों में पढ़ने वाली 113 मुस्लिम छात्रों में से किसी ने भी कॉलेज से ट्रांसफर सर्टिफिकेट नहीं लिया है. आपको बता दें कि हिजाब विवाद कई दिनों तक देश में बड़ा मुद्दा बन गया था. राजनीतिक पार्टियों ने भी इस पर जमकर बयानबाजी की थी. कई राज्यों में हिजाब विवाद को लेकर प्ररर्शन किये गए थे.
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