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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत( Photo Credit : फाइल फोटो)
राजस्थान के लगातार गहराते सियासी संकट के बीच विधायक खरीद-फरोख्त के मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) को एक बड़ी कामयाबी मिली है. एसओजी को मिले ऑडियो टेक की एफएसएल में जांच करवाई थी. जांच में यह ऑडियो टेप सही पाए गए हैं. इनमें किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं की गई है.
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इस मामले में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह और कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा के बीच बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ था. इस मामले में एसओजी ने दोनों से अपने वॉयस सैंपल देने को कहा था लेकिन अभी तक यह इससे इनकार करते रहे हैं. एसओजी ने मजिस्ट्रेट कोर्ट में अर्जी लगाई है कि अब आगे की जांच के लिए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह और कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा के आवाज के नमूने की जांच जरूरी है. एसओजी के अनुसार, वायरल ऑडियो एफएसएल जांच के लिए 28 जुलाई को भेजा गया था जिसकी परीक्षण रिपोर्ट शुक्रवार को आ गई है. एसओजी ने कोर्ट से कहा है कि नोटिस देने के बावजूद राजेंद्र सिंह और भंवर लाल शर्मा वॉयस सैंपलिंग के लिए नहीं आ रहे हैं इसलिए कोर्ट आदेश दे कि आगे की जांच के लिए वे अपना वॉयस सैंपल एसओजी को दें.
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दूसरी तरफ इस मामले में गिरफ्तार किए गए संजय जैन ने आवाज के नमूने देने से यह कहते हुए मना कर दिया कि यह राजनीतिक मामला है और मुझे जांच एजेंसियों पर भरोसा नहीं है. संजय जैन ने आरोप लगाया कि आवाज के नमूने का गलत प्रयोग कर मुझे फंसाया जा सकता है. इस मामले में पहले भी दो आरोपी अशोक सिंह और भरत मालानी ने आवाज के नमूने देने से मना कर दिया था. कोर्ट ने इस पूरे मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट 4 अगस्त को मांगी है.
Source : News Nation Bureau