राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और पूूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Photo Credit: न्यूज नेशन)
नई दिल्ली:
Rajasthan Politics: राजस्थान कांग्रेस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पालयट के बीच एक बार फिर वर्चस्व की सियासी लड़ाई शुरू हो सकती है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने एक ट्वीट करके राजस्थान कांग्रेस में हलचल मचा दिया है. आखिर इस ट्वीट के क्या मायने हैं? कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने सचिन पायलट की बयाना सभा को लेकर हैरतभरा ट्वीट किया है. इसे ट्वीट को देखकर ऐसा लगता है कि एक बार फिर राजस्थान कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान बढ़ सकती है.
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आपको याद होगा कि जुलाई 2020 में राजस्थान कांग्रेस में किस तरह से सियासी रस्साकशी चल रही थी. राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री अपने विधायकों को लेकर हरियाणा के एक रिसोर्ट में आ गए थे, जिससे राजस्थान की कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई थी, लेकिन बाद में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने मध्यस्थता कर सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट की दूरियां कम की थीं. उस समय तो राजस्थान की गहलोत सरकार गिरने से बच गई थी, लेकिन एक बार कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी के करीबी आचार्य प्रमोद कृष्णम के दो शब्दों ने अशोक गहलोत को बल दे दिया है.
मुख्यमंत्री भव. https://t.co/cwW9igU0j2
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) February 9, 2021
इससे ऐसा लग रहा है कि राजस्थान कांग्रेस में अब भी 'ऑल इज वेल' नहीं है. सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सचिन पायलट के बीच फिर से खींचतान तेज होती नजर आ रही है. यह बात कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम के दो शब्दों में किए गए ट्वीट से साबित हो रही है, जिसमें उन्होंने सचिन पायलट को सीएम बनने का आशीर्वाद दिया है.
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दरअसल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सचिन पायलट की एक रैली की तस्वीर को ट्वीट कर उन्हें मुख्यमंत्री का आशीर्वाद दे दिया है. उन्होंने सचिन पायलट की बयाना रैली के फोटो-वीडियो ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए लिखा कि मुख्यमंत्री भव:. हालांकि, प्रमोद कृष्णम का यह आशीर्वाद सीएम अशोक गहलोत खेमे को पसंद नहीं आया है. इसके बाद से गहलोत खेमे के नेता पायलट के दौरों को समानांतर ताकत जुटाने की कवायद के तौर पर देख रहे हैं.