कोटा के सुकेत में 57 साल पहले हुई हत्या में एक आरोपी की अब गिरफ्तारी हुई है. हत्या के प्रकरण में आरोपी सन 1967 से फरार चल रहा था. आरोपी ने महज 15 -16 साल की उम्र में हत्या की थी. इसके बाद अब बुढ़ापे में उसकी गिरफ्तारी हुई है. कोटा ग्रामीण की सुकेत थाना पुलिस के मुताबिक आरोपी प्रभु लाल पर 25000 रुपये का नकद इनाम भी घोषित किया हुआ था.
आरोपी फरार हो गया था
आरोपी लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था और अपना नाम पता और हुलिया चेंज करके आरोपी फरारी काट रहा था. आरोपी की गिरफ्तारी दिल्ली के मंगोलपुरी से हुई है. सुकेत थाना पुलिस के मुताबिक सन 1967 में भवाना दरजी नाम के एक शख्स की पत्थर से वार करके प्रभु लाल ने हत्या कर दी थी. इसके बाद से ही आरोपी फरार हो गया था.
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पुलिस को इनपुट मिला
आरोपी इन 57 सालों में न तो अपने गांव वापस लौटा और न ही अपने किसी रिश्तेदार संपर्क किया. फरार आरोपियों की तलाश के लिए शुरू किए गए अभियान के तहत मुखबिर से आरोपी प्रभु लाल के बारे में पुलिस को इनपुट मिला. आरोपी को दिल्ली के मंगोलपुरी से गिरफ्तार किया.
पुलिस के अनुसार, आरोपी दिल्ली के मंगोलपुरी में ऐशों आराम से अपने परिवार के साथ अपना गुजर बसर कर रहा था. दिल्ली में प्रभु लाल मकान बनाने की ठेकेदारी कर रहा था. वह दिल्ली में एक क्लास कॉन्ट्रेक्टर बन गया था. सुकेत थाने के थाना अधिकारी छोटू लाल के मुताबिक सन 1967 में महज 35 रुपये के लेनदेन को लेकर प्रभुलाल ने भवाना दरजी की हत्या की थी.
भवाना दर्जी की हत्या कर दी
प्रभु लाल ने भवाना दरजी को 35 रुपये में साइकिल बेची थी. कुछ दिनों बाद प्रभु लाल ने भवाना दर्जी से साइकिल के 35 रुपये मांगे तो इस दौरान उनके बीच कहासुनी हो गई और प्रभु लाल ने पत्थर से वार करके भवाना दर्जी की हत्या कर दी थी.