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Rajasthan Heavy rain Photograph: (Social)
Rajasthan Heavy Rain: राजस्थान में इन दिनों मूसलाधार बारिश ने तांडव मचा रखा है. जुलाई 2025 में हुई बारिश ने पिछले 69 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. मौसम विभाग के अनुसार, इस बार जुलाई में औसतन 285 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से 77% अधिक है. इससे पहले जुलाई 1956 में 308 मिमी बारिश हुई थी.
प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. चंबल, पार्वती और लूणी जैसी नदियां उफान पर हैं. निचले इलाकों में जलभराव और सड़कों पर पानी भर जाने से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
#WATCH | Rajasthan: Rain lashes parts of Ajmer City pic.twitter.com/wdNiFPIMno
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) August 1, 2025
धौलपुर में बड़ा हादसा
धौलपुर जिले के मनियां थाना क्षेत्र में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ. पार्वती नदी के तेज बहाव में एक मिनी ट्रक बह गया. हादसे में ड्राइवर और क्लीनर लापता हैं, जबकि मजदूर और ठेकेदार को समय रहते बचा लिया गया. SDRF और स्थानीय पुलिस की टीमें लापता लोगों की तलाश में जुटी हैं.
आपदा प्रबंधन मंत्री की पानी में फंसी गाड़ी
बता दें कि राजस्थान के आपदा प्रबंधन और कृषि मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीणा की गाड़ी जलभराव में फंस गई थी. सूचना के मुताबिक गुरुवार को सवाई माधोपुर में भारी बारिश के इलाकों का दौरा करते वक्त ये घटना हुई. बाढ़ जैसे हालात का जायजा लेने निकले मंत्री की गाड़ी सड़क पर भरे पानी में अटक गई, जिसे स्थानीय लोगों और प्रशासन की मदद से ट्रैक्टर के सहारे बाहर निकाला गया.
नागौर का संपर्क तीसरी बार टूटा
नागौर जिले के जसनगर इलाके में लूणी नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण NH-458 को तीसरी बार बंद करना पड़ा है. इससे नागौर का पाली और ब्यावर से संपर्क पूरी तरह टूट गया है.
कई जिलों में अलर्ट और स्कूल बंद
मौसम विभाग ने झुंझुनू, सीकर, बीकानेर, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ सहित कई जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है. एहतियात के तौर पर 1 और 2 अगस्त को इन जिलों के स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद कर दिए गए हैं.
रेस्क्यू में जुटी टीमें
धौलपुर में चंबल नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है. सेना, NDRF और SDRF की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं. पार्वती बांध के चार गेट खोलकर 4401 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. निवाई की डिल नदी में फंसे 11 लोगों को सुरक्षित निकाला गया.
बांधों से छोड़ा जा रहा पानी
राज्य के कई बांध ओवरफ्लो हो चुके हैं. बीसलपुर, गुढ़ा, पांचना और कोटा बैराज से लाखों क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा और बढ़ गया है.
अगस्त में फिर बढ़ेगी बारिश
मौसम विभाग का अनुमान है कि 2 अगस्त को थोड़ी राहत मिल सकती है, लेकिन 3 से 6 अगस्त के बीच जयपुर, अजमेर, कोटा और भरतपुर संभाग में फिर भारी बारिश की आशंका है.
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