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BSP के 6 विधायकों के विलय पर विधानसभा स्पीकर को नोटिस, कल तक देना होगा जवाब

राजस्थान में सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. 6 बीएसपी विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के खिलाफ आज हाईकोर्ट में सुनवाई हुई.

Updated on: 05 Aug 2020, 11:44 AM

नई दिल्ली:

राजस्थान में सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. 6 बीएसपी विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के खिलाफ आज हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. कोर्ट ने इस मामले में विधानसभा स्पीकर को नोटिस जारी किया है. स्पीकर को इस मामले में  कल सुबह तक जवाब देना है. हाईकोर्ट में इस मामले कल सुबह 10.30 बजे दोबारा सुनवाई होगी. हाईकोर्ट में सीजे इंद्रजीत महांति,जस्टिस प्रकाश गुप्ता की खंडपीठ ने सुनवाई की. बसपा और दिलावर की अपील पर ये सुनवाई हुई. इस याचिका में 30 जुलाई के एकलपीठ के आदेश को चुनौती दी गई है और बसपा विधायकों के कांग्रेस में विलय को रद्द करने की गुहार लगाई गई है.

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बता दें, राजस्थान की राजनीति में लगातार नए सस्पेंस देखने को मिल रहे हैं. राजस्थान की राजनीति का नया ठिकाना अब जैसलमेर बन गया है. गहलोत सरकार अपने विधायकों को टूटने से बचाने के लिए लगातार ठिकानों में बदलाव कर रहे हैं. इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) जो कि जैसलमेर में हैं उन्होंने कहा कि राजस्थान में जो तमाशा चल रहा है उसे पीएम को रोकना चाहिए.

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मीडिया से बातचीत में अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने कहा, ' राजस्थान में जो तमाशा चल रहा है उसे प्रधानमंत्री को रोकना चाहिए. हॉर्स ट्रेडिंग का रेट यहां बढ़ गए हैं. यह क्या तमाशा है.' सीएम गहलोत ने कहा कि जैसे ही विधानसभा सत्र की घोषणा हुई इन्होंने और रेट बढ़ा दिए. इस तमाशे को पीएम मोदी को बंद कराना चाहिए. सीएम गहलोत ने कहा, 'दुर्भाग्य से इस बार बीजेपी का प्रतिनिधियों की खरीद-फरोख्त का खेल बहुत बड़ा है. वह कर्नाटक एवं मध्य प्रदेश का प्रयोग यहां कर रही है. पूरा गृह मंत्रालय इस काम में लग चुका है.