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हाई कोर्ट ने पायलट गुट को दी राहत, गहलोत कैबिनेट की बैठक खत्म, इन बातों पर हुई चर्चा

राजस्थान के सियासी संग्राम में राजस्थान हाई कोर्ट ने सचिन पायलट गुट को 24 जुलाई तक की मोहलत दी है.

Updated on: 21 Jul 2020, 05:45 PM

नई दिल्‍ली:

राजस्थान में मुख्यमंत्री आवास पर शोक गहलोत की अध्यक्षता में चल रही है कैबिनेट की बैठक अब खत्म हो चुकी है. यह बैठक सीएम की अध्यक्षता में लगभग डेढ़ घंटे तक चली इस बैठक में चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा ने कोरोना आंकड़े को लेकर रखी रिपोर्ट. मुख्यमंत्री ने वित्तीय हालातों को लेकर मंत्रियों के लिए सुझाव दिया. उन्होंने आगे कहा कि राज्य के सरकारी कामकाज में तकनीक के समावेश पर रहेगा जोर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्रियों से कहा सरकार की वेलफेयर योजनाओं को लिखकर किया जाए अधिक प्रचार-प्रसार, वर्तमान सियासी हालातों पर भी हुई बैठक में चर्चा.

राजस्थान में मचे सियासी घमासान के बीच सचिन पायलट गुट के विधायकों को राहत मिल गई है. राजस्थान के सियासी संग्राम में राजस्थान हाई कोर्ट ने सचिन पायलट गुट को 24 जुलाई तक की मोहलत दी है. हाई कोर्ट ने राजस्थान के विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी से कहा कि आप आगामी 24 जुलाई तक अपनी सचिन पायलट खेमे के विधायकों पर कार्रवाई न करें. अब हाई कोर्ट 24 जुलाई को अपना फैसला सुनाएगा. आपको बता दें कि सचिन पायलट गुट ने राजस्थान विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी के नोटिस का जवाब देने की बजाए उसके खिलाफ याचिका दायर कर दी थी. 

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अशोक गहलोत ने पायलट को कहा था निकम्मा
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर सचिन पायलट पर तीखा हमला किया है. सोमवार को अशोक गहलोत ने कहा कि सचिन पायलट निकम्मे थे, नाकारा थे. उन्होंने कांग्रेस के पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है. अशोक गहलोत के इस बयान पर बवाल मच गया. सचिन पायलट को निकम्मा कहने पर सीएम गहलोत के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ. दौसा में सीएम अशोक गहलोत का पुतला फूंका गया. दौसा के गांधी तिराहे पर गहलोत का पुतला फूंका गया. सचिन पायलट समर्थक ने कहा कि सीएम गहलोत ने अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया है.

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पायलट ने कांग्रेस की पीठ पर किया वार
सीएम गहलोत ने सचिन पायलट पर वार करते हुए कहा था कि सचिन पायलट ने कांग्रेस की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है, उन्हें काफी कम उम्र में बहुत कुछ मिल गया था. सीएम ने कहा कि उन्हें पता था कि सचिन पायलट नाकारा थे. निकम्मे थे. लेकिन मैं यहां बैंगन बेचने नहीं आया हूं, मुख्यमंत्री बनकर आया हूं. हम नहीं चाहते हैं कि उनके खिलाफ कोई कुछ बोले, सभी ने उनको सम्मान दिया है. इधर सचिन पायलट ने कहा कि मैं दुखी हूं, लेकिन मेरे खिलाफ लगाए जा रहे ऐसे बेबुनियाद और ज़बरदस्त आरोपों के प्राप्त होने पर आश्चर्यचकित नहीं हूं. दरअसल कांग्रेस विधायक गिर्राज मलिंग ने सचिन पायलट पर 35 करोड़ रिश्वत ऑफर करने का आरोप लगाया है.