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सातवीं बेटी को लावारिस छोड़ा, लिखा ...सास परेशान करती है, मेरी बेटी को पाल लो!

Mom leaves 7th daughter at hospital in Bharatpur, Rajasthan : राजस्थान के भरतपुर से शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक मां को अपनी नवजात बच्ची को अस्पताल में लावारिस हालत में इसलिए छोड़ देना पड़ा, क्योंकि उसकी 6 बेटियां पहले से थी और उसकी सास परेशान करती है. महिला ने अपनी बच्ची को लावारिस हालत में छोड़...

Updated on: 26 May 2023, 03:27 PM

highlights

  • भरतपुर के महिला अस्पताल में मिली नवजात बच्ची
  • बच्ची को उसकी मां ने लावारिस हालत में छोड़ा
  • 6 बच्चियों के बाद सातवीं बच्ची पैदा होने पर अस्पताल में छोड़ा

भरतपुर/नई दिल्ली:

Mom leaves 7th daughter at hospital in Bharatpur, Rajasthan : राजस्थान के भरतपुर से शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक मां को अपनी नवजात बच्ची को अस्पताल में लावारिस हालत में इसलिए छोड़ देना पड़ा, क्योंकि उसकी 6 बेटियां पहले से थी और उसकी सास परेशान करती है. महिला ने अपनी बच्ची को लावारिस हालत में छोड़ दिया, साथ ही लिख के रख दी एक चिट्ठी. जो अब भी बेटा-बेटी में अंतर करने वाले समाज के लिए एक तमाचे की तरह है. महिला ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि मेरी बेटी को पाल लो, ये अहसास मुझपर कर दो. मुझे माफ कर देना. मैं मजबूर हूं. 

सास करती है परेशान, इसलिए....

राजस्थान के भरतपुर में महिला अस्पताल के कोने से रात करीब 11 बजे एक व्यक्ति बच्ची के रोने की आवाज सुनता है. वहां आसपास कोई भी नहीं होता. बच्ची के रोने की आवाज सुनकर जब व्यक्ति वहां पहुंचता है, तो हैरान रह जाता है. एक नवजात बच्ची वहां पड़ी हुई थी. वो सुरक्षित थी. रो रही थी. लेकिन वहीं पर उस व्यक्ति को मिलती है एक चिट्ठी, जो एक मिनट में ही उस बेबस मां की सारी कहानी को बयां कर देती है, जिसके चलते वो बच्ची वहां पड़ी थी. चिट्ठी में लिखा था, ''मुझ पर 6 लड़की हो गई हैं, मेरी सास परेशान करती है, इसलिए यह कदम उठाया है, मेरी बेटी को पाल लो, तुम्हारा एहसान होगा, मुझे माफ कर दो'.

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मां की तलाश में जुटी पुलिस, बच्ची सुरक्षित

ये मामला भरतपुर में मथुरा गेट थाना इलाके में स्थित महिला अस्पताल की है. जहां गुरुवार रात को ये घटना हुई. जिस व्यक्ति को बच्ची मिली, उसका नाम रामवीर है. रामवीर नने तुरंत कपड़े में लिपटी हुई बच्ची को अस्पताल के अंदर पहुंचाया और ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों से मिलकर सारी बात बताई. बच्ची का तुरंत ही इलाज शुरू कर दिया गया. बच्ची पूरी तरह से सुरक्षित है. इस मामले में भरतपुर महिला अस्पताल के डॉक्टर हिमांशु गोयल ने कहा कि इस बच्ची का जन्म करीब तीन दिन पहले हुए है. फिलहाल उसकी हालत स्थिर है. पुलिस बच्ची को जन्म देने वाली मां का पता चलाने की कोशिश कर रही है.