जयपुर की महापौर (Photo Credit: IANS)
नई दिल्ली:
जयपुर नगर निगम (ग्रेटर) की महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर ने व्यक्तिगत सुख-सुविधाओं से पहले सार्वजनिक सेवा की मिसाल पेश करते हुए गुरुवार की सुबह 5.14 बजे एक बच्चे को जन्म देने से पहले, बुधवार को देर रात तक काम किया. सौम्या ने गुरुवार सुबह एक ट्वीट में कहा, "काम ही पूजा है! देर रात तक निगम ऑफिस में मीटिंग ली, प्रसव पीड़ा शुरू होने पर रात 12:30 बजे कुकुन हॉस्पिटल में भर्ती हुई और सुबह 5.14 पर परमपिता परमेश्वर की कृपा से एक पुत्र को जन्म दिया. मैं और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं." सौम्या राजस्थान में पहली निर्वाचित महापौर हैं, जिन्होंने पद पर रहते हुए एक बच्चे को जन्म दिया है.
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महापौर ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के सात फरवरी को राज्य भाजपा कार्यालय में एक दौरे के दौरान बताया था कि गर्भ धारण करने के बाद पूर्ण अवधि के दौरान काम करना रोमांचक होता है और यह चुनौतीपूर्ण भी है. उन्होंने कहा था, "नया टास्क करते समय मैं अपने सारे दर्द भूल जाती हूं." 30 जनवरी को जब उनका गर्भकाल पूरा होने ही वाला था, उस समय भी वह आयुष्मान भारत के तहत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना के शुभारंभ के मौके पर पहुंची थीं. यही नहीं, उन्होंने नगर निगम का बजट भी पेश किया और पिछले एक महीने के दौरान भी वह कई कार्यक्रमों में हिस्सा ले रही थीं.
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बता दें कि सरकार ने गुरुवार को कहा कि 2018-19 से इस वर्ष 29 जनवरी तक कुल 1.83 करोड़ गर्भवती महिलाओं ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) के तहत लाभ का दावा किया है. प्रताप सिंह बाजवा द्वारा राज्यसभा में उठाए गए प्रश्न का उत्तर देते हुए केंद्रीय महिला एवं बाल विकास स्मृति ईरानी ने यह बात कही. बाजवा ने वर्ष 2018-19 से वर्ष 2020-21 के बीच पीएमएमवीवाई और जननी सुरक्षा योजना (जेएसवाई) के तहत लाभान्वित होने वाली गर्भवती महिलाओं की कुल संख्या के विवरण मांगा था. राज्यसभा में प्रश्न का उत्तर देते हुए केंद्रीय महिला एवं बाल विकास स्मृति ईरानी ने कहा, "पीएमएमवीवाई योजना के तहत लाभ का दावा करने वाली गर्भवती महिलाओं की कुल संख्या 2018-19 से 29 जनवरी तक 1,83,12,303 है."